देश के परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड ने शुक्रवार को कहा कि उसने परमाणु विद्युत निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) को तमिलनाडु के कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना (केएनपीपी) के पहले रिएक्टर में यूरेनियम ईंधन भरने की अनुमति दे दी है. ईंधन भराई की प्रक्रिया बुधवार से ही शुरू हो चुकी है.
परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) के अध्यक्ष एस.एस. बजाज विएना में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के सम्मेलन में भाग ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि हमने मंगलवार को एनपीसीआईएल को ईंधन भरने की अनुमति दे दी है. हमने पूर्व में 10 अगस्त को ईंधन भराई के लिए जो शर्ते रखी थीं एनपीसीआईएल ने उन्हें पूरी कर ली हैं.
बजाज के अनुसार, एनपीसीआईएल को ईंधन भराई की प्रक्रिया पूरी करने में लगभग आठ से 10 दिन लगेंगे. उन्होंने कहा कि हमने जो शर्ते रखी थीं एनपीसीआईएल वे पूरी कर चुका है.
सूत्रों ने बताया कि देश में परमाणु विद्युत संयंत्रों का संचालन करने वाला निकाय एनपीसीआईएल ने पहले रिएक्टर में 163 बंडल यूरेनियम से भरपूर ईंधन की भराई की प्रक्रिया बुधवार से शुरू कर दी है. एनपीसीआईएल के वरिष्ठ अधिकारी हालांकि इसमुद्दे पर टिप्पणी करने के लिए उपलब्ध नहीं हो सके.
उधर, पीपुल्स मूवमेंट अगेंस्ट न्यूक्लियर एनर्जी (पीएमएएनई) की ओर से शुक्रवार को जारी एक बयान में मांग की गई है कि एनपीसीआईएल ईंधन भराई की प्रक्रिया तुरंत बंद करे.
उल्लेखनीय है कि एनपीसीआईएल तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के कुडनकुलम में परमाणु विद्युत परियोजना स्थापित कर रहा है. यहां रूस में निर्मित 1,000 मेगावाट के दो वीवीईआर रिएक्टर लगाए गए हैं. परमाणु दुर्घटना की आशंका से स्थानीय लोग इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं.