उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व जन क्रांति पार्टी के संस्थापक कल्याण सिंह ने कहा कि कुशवाहा जैसे भ्रष्टाचार के आरोपी नेता को बीजेपी में शामिल करना इस बात का सूचक है कि सैकड़ों करोड़ रुपये की डील हुई है. इतने गंभीर मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी कुछ नहीं बोले. इसका मतलबल कुछ लम्बा खेल है. इसकी जांच हो जाए तो सब सामने आ जाएगा.
प्रदेश बीजेपी के पूर्व पदाधिकारी एवं पूर्व विधायक केशव मेहरा ने भी बाबू सिंह कुशवाहा को बीजेपी में लिये जाने के विरोध में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और अपने समर्थको के साथ कल्याण सिंह की जनक्रांति पार्टी मे शामिल हो गये.
वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती द्वारा भी कुशवाहा को भाजपा में शामिल किये जाने का विरोध और चुनाव प्रचार न करने के निर्णय के बारे में पूछे जाने पर, कल्याण सिहं ने कहा कि वे उत्तर प्रदेश के भाजपा नेताओ की फितरत पहचान भी नही सकती, बडे घाघ है.
कल्याण सिंह ने जनक्रांति पार्टी के 61 अन्य प्रत्याशियो की सूची भी जारी की जिसमें राज्यसभा में रिश्वत लेकर सवाल पूछने के मामले में सदस्यता गंवाने वाले छत्रपाल सिंह को अनूप शहर से पार्टी प्रत्याशी घोषित किया गया है. अब तक पार्टी 212 प्रत्याशी घोषित कर चुकी है.
उन्होंने बड़े दावे के साथ कहा कि भाजपा के चाल चलन और चरित्र में जो बदलाव तथा गिरावट आयी है और क्षणिक लाभ के लिए जिस तरह भ्रष्ट, अपराधिक चरित्र और दागी लोगो को भाजपा में शामिल किया गया है उसके चलते विधानसभा चुनाव में भाजपा 40 से 45 सीटो पर ही सिमट कर रह जायेगी.