भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी कार्टूनिस्ट असीम त्रिवेदी के समर्थन में आगे आ गए हैं. उन्होंने कहा कि कथित राजद्रोह के आरोप में त्रिवेदी की गिरफ्तारी पर वह आश्चर्यचकित हैं और उन्हें लगता है कि वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था इमरजेंसी से भी बुरी है.
आडवाणी ने बुधवार को अपने ब्लॉग पर लिखा कि वह नागरिक स्वतंत्रताओं व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दमन के मामले में हमेशा से आपातकाल के 1975 से 77 तक के समय को अब तक का सबसे बुरा समय मानते रहे थे.
उन्होंने कहा, 'लेकिन राजनीतिक कार्टूनिस्ट व भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलनकारी असीम त्रिवेदी के साथ जो कुछ हुआ उसे देखकर मैं आश्चर्यचकित हूं और मुझे लगता है कि क्या आज की राजनीतिक व्यवस्था आपातकाल से भी बुरी है.'
त्रिवेदी को बंबई उच्च न्यायालय ने मंगलवार को जमानत दे दी थी, लेकिन उन्होंने तब तक रिहा होने से मना कर दिया है, जब तक उन पर लगाया गया राजद्रोह का आरोप न हटा लिया जाए.
त्रिवेदी को पिछले शनिवार को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था. उन पर दिसम्बर 2011 में अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान कार्टून बनाकर संविधान सहित भारतीय प्रतीक का अपमान करने पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया था.
इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को धमकी दी थी कि त्रिवेदी के खिलाफ लगाए गए राजद्रोह सहित अन्य आरोप यदि नहीं हटाए गए तो वह जेल के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे. आडवाणी ने कहा कि वर्तमान शासन की विफलता और हताशा के चलते उसकी मानसिकता इतनी कठोर हो गई है.