लोकपाल विधेयक को लेकर जारी खींचतान के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि इससे पुलिस की दबंगई और बढ़ जाएगी और वह सांसदों को जेल में डाल देगी.
संसद भवन परिसर में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे एसपीजी स्टाफ द्वारा बसपा सांसद रमाशंकर राजभर के साथ कथित र्दुव्यवहार की घटना की पृष्ठभूमि में इस घटना को लोकपाल विधेयक से जोड़ते हुए मुलायम ने यह बात कही. इस घटना पर सरकार की ओर से वित्त मंत्री तथा सदन के नेता प्रणव मुखर्जी द्वारा लोकसभा में माफी मांगे जाने के बाद मुलायम सिंह ने बात को यहीं के यहीं समाप्त करने से इनकार कर दिया.
उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि प्रस्तावित विधेयक ‘सारे अधिकार’ दरोगा को दे देगा. मुलायम ने कहा, ‘लोकपाल आपके हाथ में नहीं होगा. यह दरोगा के हाथों में चला जाएगा. वे हमारी (सांसदों) इज्जत नहीं करेंगे. पुलिस अधीक्षक और जिला मजिस्ट्रेट हमें जेल में भेज देंगे.’
उन्होंने सरकार से कहा, ‘इस पर सोचिए.’ राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने भी मुलायम का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने कोई गलत मुद्दा नहीं उठाया है. उन्होंने मुद्दे को लोकपाल से जोड़ते हुए कहा, ‘आज, यह एसपीजी है, कल यह पुलिस होगी.’
उन्होंने यह भी जानना चाहा कि सर्वदलीय बैठक में उन्होंने जो सुझाव दिए थे, उनका क्या हुआ और उन्हें लोकपाल विधेयक में शामिल किया गया है या नहीं. लालू ने आरोप लगाया कि विधेयक को पारित करने के लिए सरकार और भाजपा के बीच घालमेल हो गया है जिसे हम चलने नहीं देंगे और विधेयक ऐसे ही पारित नहीं होने देंगे.