भूस्खलन और वाहनों के हुजूम के चलते रविवार को जम्मू और श्रीनगर आधार शिविरों से अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई.
बालटाल और पहलगाम मार्गों पर शनिवार रात भूस्खलन और भारी बारिश की वजह से यात्रा रोक दी गई. यात्रा नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘तीर्थयात्रियों को रात में बारिश के चलते हुए भूस्खलन की वजह से रविवार को न तो पहलगाम और न ही बालटाल मार्ग से जाने दिया गया.’’
उन्होंने कहा कि यात्रा स्थगित किए जाने की वजह से 60 हजार तीर्थयात्री बालटाल शेषनाग पंजतरणी और नुनवान सहित विभिन्न आधार शिविरों में फंसे हुए हैं. हालांकि जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर वाहनों के हुजूम के चलते यात्रा स्थगित करनी पड़ी.
पठानकोट-जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर कई जगहों पर गैर पंजीकृत तीर्थयात्रियों के दो हजार से अधिक वाहनों को रोका गया है, जबकि 30 हजार से अधिक श्रद्धालु जम्मू के आधार शिविरों में डेरा डाले हुए हैं.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया ‘‘पवित्र गुफा बालटाल और पहलगाम मार्गों पर तीर्थयात्रियों के हुजूम के चलते जम्मू में आज दूसरे दिन यात्रा स्थगित की गई है.’’ उन्होंने कहा ‘‘श्रद्धालुओं के किसी भी नए जत्थे को आज जम्मू आधार शिविर से अमरनाथ गुफा जाने के लिए इजाजत नहीं दी गई.’’
पुलिस ने कठुआ में लखनपुर अंतरराज्यीय टर्मिनस पर भी तीर्थयात्रियों के वाहनों को रोका और उन्हें अगले आदेश तक आगे न जाने के लिए कहा. अब तक कुल 80 हजार श्रद्धालु अमरनाथ गुफा में बर्फ से बने पवित्र शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी.