जमात-ए-इस्लामी से जुड़े वकीलों ने गुरुवार को पेशावर उच्च न्यायालय में अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के लिए ‘नमाज-ए-जनाजा’ पढ़ा.
‘इस्लामिक लॉयर्स मूवमेंट’ ने बुधवार को उच्च न्यायालय के लॉन में अपने नेता गुलाम नबी की अगुआयी में ‘गायबाना नमाज-ए-जनाजा’ पढ़ा.
जमात-ए-इस्लामी से जुड़े करीब 120 वकीलों ने इसमें भाग लिया. सेवानिवृत न्यायधीशों, पूर्व उप महाधिवक्ता उबैदुल्लाह अनवर, वकीलों के एमएल-एन धड़े के नेता एफ. एम. सबीर सहित जमियत उलेमा-ए-इस्लाम से जुड़े वकीलों और अदालत के कर्मचारियों ने भी इसमें हिस्सा लिया.
वकीलों ने नारे भी लगाए ‘अमेरिका के लिए मौत’ और ‘ओसामा जिंदाबाद’. ‘नमाज-ए-जनाजा’ के बाद लादेन के लिए फातेहा पढ़ा गया. लादेन को सोमवार को ऐबटाबाद में अमेरिकी सैनिकों ने मार गिराया था.
गुलाम नबी ने कहा कि बिन लादेन मुस्लिम समाज का नेता था. उसने अमेरिका द्वारा मुस्लमानों पर किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ जिहाद की शुरूआत की थी.