कोलकाता में कक्ष आबंटन को लेकर हुए विवाद के बाद अदालत परिसर के एक कमरे से पुलिस द्वारा जबरन निकाले जाने से आक्रोशित वकीलों के एक समूह ने उच्च न्यायालय स्थित मुख्य न्यायाधीश मोहित एस शाह के कमरे में तोड़फोड़ की.
यह घटना शाह के कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यकाल के अंतिम दिन हुई. शाह का बंबई उच्च न्यायालय में तबादला हो गया है. कार्यालय सूत्रों ने बताया कि इस घटना का उनके तबादले से कोई संबंध नहीं है.
मुख्य न्यायाधीश मोहित शाह के कक्ष के अधिकारियों ने बताया कि कुछ वकीलों ने कमरे में घुसकर दरवाजों के शीशे तोड़ डाले और फर्नीचर को क्षति पहुंचाई. वरिष्ठ अधिवक्ता सुब्रतो मुखोपाध्याय ने इन आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि कमरे के दरवाजे का सिर्फ कांच का एक टुकड़ा ही बाहर निकला था और उसे भी इरादतन नहीं निकाला गया था.
मुख्य न्यायाधीश के कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि करीब 60 से 70 वकीलों ने कल शाम कक्ष में कब्जा कर लिया और निकलने से मना कर दिया. पश्चिम बंगाल बार काउंसिल ने पुलिस की कल रात की गई कार्रवाई के विरोध में प्रदेश की सभी अदालतों में आज कार्य के बहिष्कार का आह्वान किया है. गौरतलब है कि वकीलों का एक वर्ग मुख्य न्यायाधीश द्वारा सहायक न्यायिक अधिकारियों के लिये अलग कक्ष के आबंटन का विरोध कर रहे हैं.