आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा ने पहले 29 सितंबर को मुंबई में आतंकवादी हमला करने की योजना बनाई थी लेकिन जिस नाव में हमलावर जा रहे थे वह एक चट्टान से टकरा कर नष्ट हो गई जिसकी वजह से योजना त्यागनी पड़ी थी. अदालत में खोले गए गोपनीय दस्तावेजों में यह जानकारी दी गई है.
दस्तावेजों के अनुसार, डेविड कोलमेन हेडली के एक पाकिस्तानी आका साजिद मीर ने उससे (हेडली से) कहा कि हमला रमदान माह की 27वीं रात को होगा जो वर्ष 2008 में 29 सितंबर को थी. इस समय हेडली को साजिद से छह संदेश मिले.
बहरहाल, रमदान के बाद साजिद हेडली के पाकिस्तान स्थित घर आया और उसे बताया कि जिस नाव में हमलावर जा रहे थे वह एक चट्टान में फंस कर नष्ट हो गई. इसलिए यह योजना त्यागनी पड़ी.
दस्तावेजों के अनुसार, साजिद ने हेडली को बताया कि नाव में सवार हमलावर इसलिए बच गए क्योंकि वह लाइफ जैकेट पहने हुए थे.