उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत अनेक नेताओं ने एमएफ हुसैन के निधन पर शोक व्यक्त किया और ‘महान’ चित्रकार की मृत्यु को ‘राष्ट्रीय क्षति’ बताया.
अंसारी ने अपने शोक संदेश में कहा कि हुसैन देश के विकास को बारीकी से देखते थे और उनकी कला से यह जाहिर होता है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे समय की कला के दिग्गज मकबूल फिदा हुसैन के निधन की खबर सुनकर मैं गहरे दुख में हूं. ज्यादातर भारतीयों के लिए वे आधुनिक भारतीय कला का प्रतिनिधित्व करते थे.’’
अंसारी ने कहा, ‘‘चित्रकला और कला के दूसरे रूपों में काफी प्रसिद्धि पाने के अलावा वे राष्ट्र के विकास के बारीक समीक्षक थे. यह उनकी कला से जाहिर था.’’
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 95 साल के चित्रकार के निधन को ‘राष्ट्रीय क्षति’ बताया. लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि हुसैन के जाने से रचनात्मक दुनिया में खालीपन पैदा हो गया है.
हुसैन को ‘प्रख्यात और प्रतिष्ठित’ व्यक्तित्व बताते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा कि उनकी कलाकृतियों को लेकर जनता की बेहद रुचि रही है.
चित्रकार के खिलाफ दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन पर पूछे जाने पर अंबिका सोनी ने कहा, ‘‘उन्हें भारत आमंत्रित किया गया था. मुझे नहीं याद है कि कितनी बार. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संकीर्ण मानसिकता के लोग कला और रचनात्मकता को उसी नजरिये से देखते हैं लेकिन ज्यादातर लोगों ने उनकी राय को नकार दिया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक नागरिकता में बदलाव का सवाल है तो मैंने खुद उनके एक साक्षात्कार में सुना कि उन्होंने अपने कामकाज और जीवन शैली को नागरिकता में बदलाव की वजह बताई. मुझे नहीं लगता कि उन्होंने अपने देश से प्यार करना बंद कर दिया था.’’
कॉरपोरेट मामलों के मंत्री मुरली देवड़ा ने कहा, ‘‘हुसैन एक महान कलाकार थे और में उन्हें पिछले 35 सालों से जानता था. वे एक विनम्र व्यक्ति और दिल के बीत ही नम्र इंसान थे.’’ देवड़ा का सरकारी आवास हुसैन की चित्रकलाओं से अटा पड़ा है. उन्होंने कहा, ‘‘वे एक प्रतिभाशाली चित्रकार थे जिन्होंने आधुनिक कला में क्रांति ला दी.’’ माकपा नेता सीताराम येचुरी ने हुसैन को देश के पुरोधा कलाकारों में बताया जिन्होंने भारत में गंगा जमुनी संस्कृति को आगे बढाने में कला के माध्यम से योगदान दिया.
जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष शरद यादव ने चित्रकार मक़बूल फिदा हुसैन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए इसे देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया. यादव ने अपने शोक संदेश में हुसैन के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति करार देते हुए कहा कि उनके निधन से देश ने विशिष्ट चित्रकारों के समूह का एक हीरा खो दिया है.
जदयू नेता ने कहा कि हुसैन समाजवादी नेता राममनोहर लोहिया के करीबी दोस्त थे और भारत में समाजवादी आंदोलन के अगुआ रहे थे. हुसैन ने डॉ. लोहिया की किताबों का आवरण चित्र डिजाइन किया था.