उम्र बढने के साथ जोड़ों के दर्द या ठंड लगने जैसी आशंकाओं के बारे में अगर अपकी जानने की उत्सुकता है तो अपनी अंगुली की लंबाई मापिए. जी हां, यह हमारा नहीं बल्कि वैज्ञानिकों का दावा है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, अंगुलियों और खासतौर पर अनामिका और तर्जनी की लंबाई केंसर और अन्य बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं की आशंकाओं का पता करने में मदद करती हैं. अगर आपकी अनामिका तर्जनी के मुकाबले बड़ी है तो आपको घुटने में गठिया होने की आशंका दोगुनी हो जाती है.
नॉटिंघम विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने इस परिणाम को पाने के लिए 2,000 लोगों की अंगुलियों को मापा. स्वानसी विश्वविद्यालय के प्रो. जॉन मैनिंग की अगुवाई में हुए एक और अध्ययन में पाया गया कि जिनकी अनामिका लंबी होती हैं उन्हें ठंड लगने और बीमार पड़ने की आशंका उन लोगों से अधिक होती है जिनकी तर्जनी लंबी होती है. इस समूह के लोगों में चेचक और जर्मल मीजिल्स होने की आशंका भी अधिक होती है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, गर्भ में ही अंगुली की लंबाई तय हो जाती है और यह सेक्स हार्मोन ओएस्ट्रोजन और टेस्टेस्टेरोन पर निर्भर करता है. ‘मर्दों के हार्मोन’ टेस्टेस्टेरोन से अनामिका की लंबाई बढती है जबकि महिलाओं के हार्मोन ओएस्ट्रोजेन से तर्जनी की.