जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र के लेह में बादल फटने के बाद आई मूसलाधार बारिश और बाढ़ में कम से कम 90 लोग मारे गए हैं और 350 अन्य जख्मी हुए हैं.
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक कुलदीप खोडा ने बताया कि बाढ़ग्रस्त इलाकों से अभी तक 103 शव बरामद किए जा चुके हैं और करीब 350 लोग जख्मी हुए हैं. काफी लोग लापता भी हैं जिनकी संख्या के बारे में अनुमान नहीं किया जा सका है. उन्होंने बताया कि राज्य पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना के जवानों की मदद से लेह शहर में राहत अभियान चलाया जा रहा है.
लेह हवाईअड्डे की हवाईपट्टी टूट गई लेकिन दोपहर तक मरम्मत करके उसे काम लायक बना लिया गया जिसके बाद राहत सामग्री और राहत दलों को लेकर विमान वहां उतर सके. राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विमान से लेह जाने का कार्यक्रम बनाया है ताकि हालात का मौके पर जायजा ले सकें. खोडा ने बताया कि मृतक संख्या और बढ़ सकती है. {mospagebreak}
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस हादसे पर गहरा शोक जताया है और मारे गए लोगों के परिजनों को एक एक लाख रुपये और जख्मी लोगों को 50 पचास हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. लेह में राज्य पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना के जवान राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं.
करगिल से सेना के जवानों को मदद के लिए बुला लिया गया है. क्षेत्र के साबू, फयांग, निमो और चोगलामसार जैसे कई गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. शहर पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा है. बाढ़ के कारण यहां बीएसएनएल का नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त हो गया है और लेह हवाईअड्डे की हवाई पट्टी को भी काफी नुकसान पहुंचा है जिससे यह इलाका शेष देश से कट गया है.
बाढ़ के कारण शहर का जिला अस्पताल और कई अन्य इमारतें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. इनमें से एक इमारत में केंद्रीय गृह मंत्रालय का कार्यालय है. बस अड्डा पूरी तरह तबाह हो गया है. लेह समुद्र की सतह से 11,500 फुट उपर और श्रीनगर से 424 किलोमीटर दूर स्थित है. सबसे ज्यादा प्रभावित चोगलुमसार है जो कि यहां से 13 किमी दूर है. वहां से अभी तक 14 शव बरामद हो चुके हैं. {mospagebreak}
खोडा ने बताया कि मृतकों की संख्या काफी बढ़ सकती है. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि नुकसान का सही सही आकलन तभी हो पाएगा जब पानी उतर जाएगा. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस त्रासदी पर गहरा शोक जताते हुए पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य चलाने का निर्देश दिया है.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्हार में दो शिविर लगाए हैं जहां करीब 2000 लोगों को भोजन और आश्रय मुहैया कराया जा रहा है. मृतकों में आर्मी सप्लाई कोर के तीन जवान और जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस के तीन कांस्टेबल शामिल हैं. गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि लेह में राहत और बचाव अभियान चलाने के लिए छह हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों से सीआरपीएफ के 50 जवानों को बचाया गया है.