संयुक्त राष्ट्र की ओर से लीबिया में उड़ान वर्जित क्षेत्र को मंजूरी दिये जाने और अमेरिका तथा उसके सहयोगी देशों की ओर से उसके खिलाफ ‘कुछ घंटों’ के अंदर सैन्य कार्रवाई किये जाने के बारे में फ्रांस के दावे के कुछ घंटे बाद लीबियाई राष्ट्रपति ने वैश्विक दबावों के आगे झुकते हुए संघषर्विराम घोषित करने के साथ ही विद्रोहियों के खिलाफ सभी तरह के सैन्य अभियान रोक दिये.
लीबिया के विदेश मंत्री मूसा कौसा ने सरकारी टेलीविजन चैनल पर प्रसारित अपने संबोधन में कहा, ‘हमने संघषर्विराम की घोषणा कर दी है. हमने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के वास्ते सभी तरह के सैन्य अभियानों को रोक दिया है.’
कौसा ने कहा कि संघषर्विराम लागू होने से देश एक बार फिर सुरक्षित स्थिति में आ जाएगा और इसके जरिये सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
उन्होंने इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय सैन्य कार्रवाई के अधिकार की आलोचना करते हुए इसे लीबिया की संप्रभुता का उल्लंघन करार दिया. उन्होंने सभी देशों की सरकारों और गैर सरकारी संगठनों से अनुरोध किया कि जमीनी हकीकत की जानकारी लेकर सही निर्णय पर पहुंचने के लिए वे लीबिया में अपना तथ्यान्वेषी मिशन भेजें. {mospagebreak}
कौसा का यह संबोधन ऐसे समय में आया जब गद्दाफी के वफादार सैनिक विद्रोहियों के गढ़ माने जाने वाले बेंघाजी से 120 किलोमीटर की दूरी पर थे तथा कुछ सैनिक पूर्व में स्थित अजदाबिया, जिनतान, नालुत और पश्चिम में स्थित मिसुराता में विद्रोहियों के साथ छिटपुट संघर्ष में लगे हुए थे.
अलजजीरा चैनल ने कहा था कि गद्दाफी के वफादार सैनिकों ने अजदाबिया को घेर लिया है तथा उसके पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिण स्थित बाहरी क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है. गद्दाफी के वफादार सेना के टैंक और तोप मिसुराता पर हमले कर रहे हैं.
इसके अलावा उनके कुछ सैनिकों ने अजदाबिया से आगे निकलकर बेंघाजी की ओर बढ़ गए हैं. लेकिन अरब चैनल ने कहा कि गद्दाफी के हेलीकाप्टर और वायुसेना कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. गद्दाफी ने पश्चिमी देशों की ओर से हवाई हमलों की आशंका के मद्देनजर अपने सैन्य जनरलों को कार्रवाई स्थगित करने को कहा है.
अलजजीरा ने कहा कि विद्रोहियों से अभी संपर्क नहीं हो पाया है इसलिए यह तत्काल बताना मुश्किल है कि संघषर्विराम वास्तव में संघर्ष वाले क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर लागू हुआ है या नहीं. गद्दाफी ने झुकने का फैसला संभवत: ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और फ्रांस सरकार के प्रवक्ता की ओर से की गयी इस घोषणा के बाद किया जिसमें कहा गया था कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की ओर से हवाई हमले अगले कुछ घंटों में हो सकते हैं.
कैमरन ने हाउस आफ कॉमंस में घोषणा की कि देश की रॉयल एयरफोर्स अपने सबसे उन्नत टाइफून लड़ाकू विमानों को पुराने टोर्नेडोज विमानों के साथ लीबिया में उड़ान वर्जित क्षेत्र लागू करने के लिए अगले कुछ घंटों में रवाना करेगी. बीबीसी ने कहा कि कैमरन ने देश के सांसदों को बताया कि ब्रिटेन गद्दाफी को बेंघाजी के नागरिकों के खिलाफ वायु, थल और समुद्री रास्ते से हमले करने से रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र की ओर से मंजूर अभियान में शामिल होगा.