सिर्फ दो दिनों की बमबारी में ही लीबिया के तानाशाह कर्नल गद्दाफी की हेकड़ी गुम हो गई है. गद्दाफी अब सीजफायर की बात करने लगे हैं, लेकिन अमेरिका व मित्रदेशों की सेनाओं का हमला जारी है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी त्रिपोली में गद्दाफी के घर को एक मिसाइल हमले में ध्वस्त कर दिया गया है.
सिर्फ दो दिनों की जोरदार बमबारी और मिसाइल हमलों ने गद्दाफी हुकूमत की ताकत को नेस्तानाबूद कर दिया है.
रविवार की रात भी एलायड फोर्सेज की वायुसेना ने लीबिया के कई शहरों में गद्दाफी के ठिकानों को निशाना बनाया. गद्दाफी का गढ़ त्रिपोली, विद्रोहियों का आखिरी किला बेंगाजी, मिसराता, शिरते और मितिगा जैसे कई शहरों में रात भर रह-रह कर जोरदार धमाके होते रहे.
इस बीच फ्रांस ने रविवार को भूमध्यसागर में मौजूद अपने पोर्ट तोलन से जहाजी बेड़ा चार्ल्स डी गायल को लीबिया के लिए रवाना कर दिया है.परमाणु ऊर्जा से चालित फ्रांस का ये एयरक्राफ्ट कैरियर राफेल जैसे बेहद खतरनाक लड़ाकू विमानों से लैस है.{mospagebreak}
इसके अलावा मित्र देशों के कई दूसरे ताकतवर लड़ाकू विमान भी लीबिया के आसमान में गश्त लगा रहे हैं या फिर ऑपरेशन के लिए तैयार खड़े हैं. इनमें इंग्लैंड के टाइफून यूरोफाइटर और टोरनैडो, फ्रांस के मिराज और कनाडा के सीएफ-18 हॉर्नेट शामिल हैं. अमेरिकी बमवर्षक बी-2 भी लीबिया के खिलाफ कार्रवाई में शामिल है.
हालांकि दो दिनों के हमले में लीबिया की जवाबी कार्रवाई करने की ताकत को काफी हद तक ध्वस्त कर दिया गया है, लेकिन अमेरिकी कमांड ने कहा है कि जबतक उसकी ये ताकत पूरी तरह खत्म नहीं हो जाती हमले जारी रहेंगे.