लीबिया के पूर्वी शहरों में मुअम्मर गद्दाफी के वफादार सैनिकों और विद्रोहियों के बीच भीषण गोलीबारी को देखते हुए वहां गृह युद्ध भड़कने की आशंका पैदा हो गयी है.
लीबिया के जेटों ने विरोधियों के इलाके में जबर्दस्त बमबारी की जबकि त्रिपोली मशीनगन से हुई गोलीबारी से दहल गया जो चौतरफा घिर चुके नेता का गढ़ माना जाता है.
अल..जजीरा ने खबर दी कि लीबियाई जेटों ने विद्रोहियों के इलाकों बिन जवाद, तेल बंदरगाह शहर रास लानुफ, मिसुराता और अज जाविया को निशाना बनाया जो त्रिपोली से सिर्फ 50 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है.
लड़ाई की खबरों के बीच लीबिया के सरकारी टेलीविजन ने दावा किया कि मिसुराता और अज जाविया शहरों पर गद्दाफी की सेना द्वारा कब्जा करने के उल्लास में गोलियां चलाई गईं. इससे एक दिन पहले सरकार विरोधी लड़कों ने गद्दाफी के वफादार सैनिकों के लगातार हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया और उन्हें पीछे हटने को मजबूर कर दिया था.
अल जजीरा ने कहा कि बहरहाल मिसुराता के निवासियों ने कहा कि शहर पर फिर से कब्जे की खबरें गलत हैं.
अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना कर रहे 68 वर्षीय गद्दाफी ने फ्रांस के अखबार ली जॉर्नल डु डिमानचे को दिये एक साक्षात्कार में चेतावनी दी कि अगर उनकी सत्ता पर चौतरफा हमला जारी रहा तो ‘इस्लामिक जिहाद’ छिड़ सकता है.{mospagebreak}
गद्दाफी ने कहा, ‘मैं संयुक्त राष्ट्र या अफ्रीकी संघ की जांच टीम को लीबिया में देखना चाहता हूं. हम उन्हें क्षेत्र में बिना किसी बाधा के जाने की इजाजत देंगे.’ गद्दाफी की 41 वर्ष की सत्ता के खिलाफ विद्रोह भड़कने के दो हफ्ते से ज्यादा समय होने के बाद राजधानी में आज भारी गोलीबारी सुनी गयी.
बीबीसी ने खबर दी कि गोलीबारी भारतीय समयानुसार सुबह सवा नौ बजे शुरू हुई. मशीनगन और भारी हथियारों से गोलीबारी पूरे शहर में सुनी जा सकती थी.
गद्दाफी का विरोध कर रहे बागियों ने 15 फरवरी से शुरू हुए विद्रोह में देश के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है और उन्होंने सरकार के इन दावों का लगातार खंडन किया है कि शहर पर उनका कब्जा नहीं रहा .
बीबीसी ने कहा कि तोबरूक और रास लानुफ विद्रोहियों के कब्जे में है.
सरकारी टीवी ने टैंकों, हथियारबंद सैनिक वाहनों और अन्य हथियारों को दिखाया और दावा किया कि अज..जुविया में इसे शनिवार को विद्रोहियों से जब्त किया गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने अल जजीरा से कहा कि शनिवार को बागी अपने ठिकानों पर सरकार के सैनिकों को पीछे हटाने में सक्षम थे.
इसने कहा कि हिंसा में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी और कम से कम 200 लोग घायल हो गये.
खबरों में कहा गया है कि देश का दूसरा सबसे बड़ा शहर बेंगाजी गद्दाफी विरोधी बलों के हाथों में है जबकि लीबिया की सेना विरोधियों को बाहर करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही है.