लीबिया विद्रोहियों और मुअम्मर गद्दाफी समर्थक सुरक्षाबलों के बीच ज्यादा से ज्यादा इलाकों पर अपना नियंत्रण करने के लिए चल रहा संघर्ष शनिवार को गृहयुद्ध में तब्दील हो गया और 79 लोग मारे गए. इस बीच विपक्ष ने पहली बार एक बैठक की. माना जा रहा है कि यह बैठक समानांतर सरकार के गठन पर विचार विमर्श के लिए बुलायी गयी थी.
देश में स्व घोषित राष्ट्रीय परिषद परिषद के गठन के लिए प्रयास चल रहे हैं. यह प्रयास अमेरिका, पश्चिमी देशों और विश्व संगठनों द्वारा एक तरह से गद्दाफी प्रशासन की मान्यता समाप्त खत्म करने के बीच किये जा रहे हैं. इंटरपोल ने भी गद्दाफी और उनके परिवार के खिलाफ नरसंहार के आरोप में वारंट जारी किया है.
विद्रोहियों ने कहा कि उन्होंने पूर्वी क्षेत्र के उन शहरों में स्थानीय परिषदों का गठन कर दिया है जिन पर उनका कब्जा हो चुका है. स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार विद्रोहियों ने यह कदम देश में चुनाव का मार्ग प्रशस्त करने के मकसद से उठाया है.
देश भर में चल रहे संघर्ष और विस्फोटों के बीच अमेरिकी एवं नाटो युद्धपोतों और युद्धक विमानों ने देश के तटवर्ती क्षेत्रों में डेरा जमा दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि है कि कार्यबल का मुख्य मकसद लोगों को निकालना है लेकिन सभी विकल्प खुले हैं.