रूस में गीता को ‘उग्रवादी साहित्य’ बता कर अदालत द्वारा प्रतिबंधित कराने की मुहिम पर लोकसभा में सभी दलों के सदस्यों ने भारी आक्रोश जताते हुए इस संबंध में सरकार से हस्तक्षेप की मांग की.
बीजद के भृतुहरि महताब द्वारा शून्य काल में यह मुद्दा उठाए जाने पर भाजपा के मुरली मनोहर जोशी, राजद के लालू प्रसाद यादव, सपा के मुलायम सिंह यादव, कांग्रेस के इजया राज सिंह और शिवसेना के चंद्रकांत खरे सहित लगभग सभी दलों के सदस्यों ने रूस में चलायी जा रही इस मुहिम पर सख्त आपत्ति जतायी.
सदस्यों द्वारा रोष प्रकट किए जाने के दौरान लालू प्रसाद बीच-बीच में ‘बोलो कृष्ण भगवान की जय’ का उद्घोष करते रहे और सदस्यों ने भी इस उद्घोष में एक स्वर से उनका साथ दिया.
लालू ने गीता के विरूद्ध रूस में चलायी जा रही मुहिम को ‘दुष्टता भरी साजिश’ करार दिया और सरकार से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की.
महताब ने कहा कि रूस के साइबेरिया में तोम्स्क की अदालत में इस्कान के संस्थापक ए सी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद द्वारा लिखित ‘भगवत गीता यथारूप’ के रूसी अनुवाद पर प्रतिबंध लगाने के लिए जून से ही मामला चल रहा है और इस मामले में अदालत द्वारा सोमवार को फैसला दिया जाना है.
उन्होंने कहा कि वहां इस आरोप के साथ गीता पर प्रतिबंध लगाने की बात कही जा रही है कि यह ‘उग्रवादी साहित्य’ है. महताब ने कहा कि इस बारे में रूस के एक विश्वविद्यालय ‘तोम्स्क स्टेट यूनिवर्सिटी’ के एक विशेषज्ञ की राय मांगी गयी है जबकि इस विश्वविद्यालय में भारत संबंधी विषय पढ़ाए ही नहीं जाते हैं.
महताब ने कहा कि गीता पर प्रतिबंध लगाने के लिए अदालत में यह तर्क दिया गया है कि इसका कथ्य सामाजिक वैमनस्य फैलाने वाला है. उन्होंने सरकार से मांग की कि वह तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करे. उन्होंने मास्को स्थित भारतीय दूतावास को भी इस मामले में हस्तक्षेप करने का निर्देश दिए जाने की मांग की.
भाजपा के मुरली मनोहर जोशी ने इसे एक गंभीर मामला बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को अपने स्तर पर रूस के शासकों के साथ यह मामला उठाना चाहिए. अन्य दलों के सदस्य भी इस मामले पर काफी आक्रोशित नजर आए. सभी ने सरकार से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की.
‘कृष्ण भगवान की जय’ के उद्घोषों के बीच कई सदस्य एक साथ अपनी बात रखने का प्रयास कर रहे थे. सदन में व्यवस्था बनते नहीं देख, अध्यक्ष मीरा कुमार ने कार्यवाही को लगभग सवा 12 बजे दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.