कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि लोकपाल विधेयक और न्यायिक जवाबदेही विधेयक का लक्ष्य तंत्र में पारदर्शिता लाना है, जिसकी बहुत समय से जरूरत महसूस की जा रही थी.
सिंघवी ने दिल्ली में एक संगोष्ठी में कहा, ‘भारत में मौजूदा संरचनाओं से हितों का टकराव होता है. लोकपाल, न्यायिक जवाबदेही और जन अधिप्राप्त विधेयकों आदि से मौजूदा तंत्र में अधिक पारदर्शिता आएगी.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि कारोबारी नैतिकता अंतत: विरोधीभासी है. आज विडम्बना यह है कि अंतत: सही मायनों में नीतिशास्त्र नहीं बनाया जा सकता. कॉरपोरेट जगत की मुख्य दुविधा है कि उसके पास न तो हृदय है और न ही काया.’
पीएचडी वाणिज्य एवं उद्योग मंडल ने ‘नैतिकता और मूल्य आधारित शिक्षा के माध्यम से संपोषणीय विकास’ विषय पर इस संगोष्ठी का आयोजन किया था.