सिटीबैंक धोखाधड़ी मामले की जांच कर रही पुलिस का मानना है कि इस मामले में संलिप्त राशि 200 करोड़ रुपये हो सकती है, इस बीच उसने संदिग्ध संलिप्तों को पकड़ने के लिए हवाई अड्डों को सतर्क करते हुए लुक आउट नोटिस जारी किया है.
पुलिस आयुक्त एस एस देसवाल ने संवाददाताओं को बताया कि इस धोखाधड़ी का मुख्य षड्यंत्रकारी सिटीबैंक का संपर्क प्रबंधक शिवराज पुरी लगता है जिसने विभिन्न खाताधारकों से लगभग 200 करोड़ रुपये लिए.
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस धोखाधड़ी की चपेट में आए लोगों में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के उद्योगों तथा एक प्रमुख आटोमोबाइल ग्रुप के कुछ लोग शामिल है. ऐसा माना जा रहा था कि सिटीबैंक के अधिकारियों ने पुलिस बताया कि यह घपला 400 करोड़ रुपये का हो सकता है.
आरोप है कि पुरी ने बडे ग्राहकों :एचएनआई: से पैसा लेकर उसे रेलीगेयर सिक्युरिटीज जैसी ब्रोकरेज फर्मो के जरिये शेयर बाजार में लगाया. आरोप है कि ग्राहकों को प्रभावित करने के लिए उन्हें सेबी की जाली अधिसूचना भी दिखाई.