भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने स्वीकार किया कि टीम को बल्लेबाजों की गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ा और यदि उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट मैच जीतना है तो दूसरी पारी में अधिक सतर्क होकर बल्लेबाजी करनी होगी.
भारतीय टीम पहली पारी में केवल 209 रन बनाकर आउट हो गयी जिससे वेस्टइंडीज पहली पारी में बढ़त हासिल करने में सफल रही. सहवाग ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘हमारा कोई भी बल्लेबाज विकेट की वजह से आउट नहीं हुआ. हमने अपनी गलतियों से विकेट गंवाये लेकिन टेस्ट क्रिकेट में ऐसा होता है. हमारी शुरुआत अच्छी रही लेकिन गौतम गंभीर दुर्भाग्य से रन आउट हो गया. इसके बाद मैं, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण ने विकेट गंवाये.’
दूसरे दिन के खेल में कुल 17 विकेट गिरे लेकिन सहवाग ने कहा कि उन्हें विकेट से कोई शिकायत नहीं है और टेस्ट मैचों में ऐसा देखने को मिलता है. उन्होंने कहा, ‘विकेट में गेंद थोड़ा नीची रह रही है और हल्की स्विंग भी हो रही है. ऐसी परिस्थितियों में बल्लेबाज थोड़ा रक्षात्मक हो जाता है. हमें विकेट से कोई शिकायत नहीं है. हमें दूसरी पारी में सतर्क होकर खेलना होगा तथा संयम रखकर ढीली गेंदों का इंतजार करना होगा.’
सहवाग ने इसके साथ ही कहा कि वह वेस्टइंडीज को जल्द से जल्द आउट करके 250 रन से अधिक का लक्ष्य नहीं लेना चाहेंगे. उन्होंने कहा, ‘हमारा काम उन्हें कम से कम स्कोर पर आउट करना है. हम कोशिश करेंगे उन्हें 150 रन तक रोक दिया जाए. हम 250 से 300 रन के लक्ष्य को हासिल करने के प्रति आश्वस्त हैं.’
सहवाग ने कहा कि अभी किसी भी टीम का पलड़ा भारी नहीं है और कोई भी टीम जीत दर्ज कर सकती है. उन्होंने, ‘हमने पहली पारी में एकाग्रता खोयी लेकिन ऐसा हो जाता है. हमारा मध्यक्रम दुनिया में सबसे मजबूत और अनुभवी है. अब भी दोनों टीमों का पलड़ा बराबर है. यदि हम कल उन्हें कम स्कोर पर आउट कर देते हैं तो हमारा पलड़ा भारी हो जाएगा.’
भारतीय स्पिनरों ने कैरेबियाई बल्लेबाजों पर खासा प्रभाव छोड़ा और सहवाग ने भी प्रज्ञान ओझा और रविचंद्रन अश्विन दोनों की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘अश्विन और ओझा दोनों प्रतिभाशाली हैं और उनसे काफी संभावनाएं हैं. अश्विन का यह पहला टेस्ट मैच है लेकिन उसने बढ़िया गेंदबाजी की. ओझा ने श्रीलंका में अच्छा प्रदर्शन किया था और भारत में पहले भी वह बेहतर प्रदर्शन कर चुका है. हमें उनसे काफी उम्मीद है.’
सहवाग से जब पूछा गया कि कंधे के आपरेशन से उबरने के बाद वह कैसा महसूस कर रहे हैं, उन्होंने कहा, ‘मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं. अपने शाट्स अच्छी तरह से खेल रहा हूं. आज मैं अपनी गलती के कारण आउट हो गया और शतक नहीं जमा पाया लेकिन मुझे विश्वास है कि अगले दो मैच में कम से कम एक शतक तो जरूर लगाऊंगा.’
सहवाग को शुरू में ही जीवनदान मिला जब फिदेल एडवर्डस की गेंद पर वह बोल्ड हो गये लेकिन यह नोबाल निकली. इस बारे में उन्होंने कहा, ‘हां मैं मानता हूं कि मेरा भाग्य अच्छा था लेकिन यह खेल का हिस्सा है. ’