कुछ दिन पूर्व तक संप्रग की सहयोगी रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी ने केन्द्र की संप्रग सरकार पर देश को ‘लूटने’ और ‘झूठ बोलने’ का आरोप लगाते हुए कहा कि एलपीजी सिलेंडरों की संख्या सीमित करने से मिड डे मील योजना बुरी तरह प्रभावित होगी.
बनर्जी ने फेसबुक पर लिखा, ‘क्या आम आदमी सुधारों से यही उम्मीद करता है? सुधार के नाम पर ‘लूट चोलचे लूट (लूट चल रही है लूट)’. इसे दबाने के लिए ‘झूठ चोलचे झूठ (झूठ चल रहा है झूठ)’.’
उन्होंने कहा, ‘यह काफी संवेदनशील मामला है. केंद्र सरकार ने स्कूल के गरीब बच्चों के भविष्य के बारे में कभी नहीं सोचा. आशंका है कि स्कूली बच्चों को बिना भोजन के स्कूल जाना होगा क्योंकि सब्सिडी वाले सिलेंडरों के मूल्य में काफी वृद्धि हो गई है.’ बाद में दक्षिण 24 परगना जिले में एक रैली में बनर्जी ने सरकार पर हमला बोला.
उन्होंने कहा, ‘वे केरोसीन, डीजल और एलपीजी की कीमतें अपनी इच्छानुसार बढ़ा रहे हैं और स्कूली बच्चों के मिड डे मील को बचाने की चिंता उन्हें नहीं है.’
लोगों के हित के लिए लड़ने की प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार बेशर्मी से गरीबों पर प्रहार कर रही है जिसे मैं बर्दाश्त नहीं करूंगी. अन्याय एवं अत्याचार के खिलाफ लड़ाई में मैं कोई कोर-कसर नहीं छोड़ूंगी. पूरी जिंदगी मैं लड़ती रहूंगी.’
केंद्र की ‘लोक विरोधी नीतियों’ के खिलाफ प्रदर्शन तेज करने का आह्वान करते हुए तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा कि केन्द्र सरकार ने उर्वरक की कीमतों में बढ़ोतरी की जिससे किसानों को नुकसान हुआ.
फेसबुक पर लिखे पोस्ट में बनर्जी ने कहा कि सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की संख्या सीमित करने का प्रभाव अब दिखने लगा है. उन्होंने कहा, ‘आम आदमी पर प्रति सिलेंडर 127 रुपये अतिरिक्त बोझ डाला गया है. आगामी महीने में दाम में फिर बढ़ोतरी की संभावना है.’
बनर्जी ने कहा, ‘मुझे बताया गया है कि इस तरह के अप्रिय निर्णय और लिए जाएंगे.’
रैली में उन्होंने डायमंड हार्बर में महिला विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज की स्थापना, हिल्सा शोध केंद्र, फाल्टा में आईटी पार्क और खाद्य प्रसंस्करण केंद्र सहित कई अन्य चीजों की स्थापना की घोषणा की.