भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ‘नकारात्मकता और नैराश्य का विवेकहीन माहौल’ बनाने से देश का अहित होने संबंधी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की टिप्पणी पर भाजपा ने कहा कि यह वातावरण भ्रष्टाचार को समाप्त करके, ऐसे मामलों की जांच कराके और ऐसा करने वालों को सजा देकर दूर किया जा सकता है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने सिंह की टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘जी हां, प्रधानमंत्री सही कह रहे हैं कि देश में इस समय नकारात्मकता और नैराश्य का माहौल है. लेकिन जिस जहर ने इस नकारात्मकता और नैराश्य के वातावरण को पैदा किया है उसे मिटाने की जरूरत है. केवल ऐसा करके ही सकारात्मक माहौल बनाया जा सकता है.’
जेटली ने प्रधानमंत्री के बयान पर अपनी लिखित टिप्पणी में कहा, 'बेहतर यह होगा कि सिंह ‘ईमानदारी से आत्मावलोकन’ करें कि आखिर यह माहौल बना ही क्यों ?
प्रधानमंत्री ने सीबीआई के सम्मेलन में कहा था, ‘भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नकारात्मकता एवं निराशावाद का जो विचारहीन वातावरण बनाने की कोशिश की जा रही है उससे हमारा कुछ भी भला नहीं होने वाला. इससे सिर्फ देश की छवि खराब होगी और कार्यपालिका के मनोबल पर असर पड़ेगा.’
पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने सिंह के उक्त बयान पर कहा कि प्रधानमंत्री को केवल यह चिंता है कि भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने से देश की छवि प्रभावित हो रही है लेकिन वह यह भी याद रखें कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकारी मशीनरी और कानूनी व्यवस्था के विवेकहीन इस्तेमाल के देश को दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम भुगतने पड़ेंगे.