तीन हिस्सों में बांटे गए दिल्ली नगर निगम के लिए पहली बार हो रहे चुनाव के लिए रविवार को मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया और 55 से 58 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
दिल्ली नगर निगम से काटकर बनाए गए तीन नए नगर निगमों पूर्वी, दक्षिणी और उत्तरी दिल्ली नगर निगम के 272 वार्डों के लिए हुए चुनाव में मैदान में उतरे 2423 मतदाताओं का भाग्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में सीलबंद हो गया.
तीन नए निगमों के लिए हुए चुनाव के दौरान हिंसा की कोई खबर नहीं मिली है. इस चुनाव को राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है.
राज्य निर्वाचन आयुक्त राकेश मेहता ने बताया कि 1.15 करोड़ मतदाताओं में से 50 से 58 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. हालांकि, वास्तव में कितना मतदान हुआ इसका पता कल सुबह चलेगा.
मेहता ने बताया कि ठीक-ठीक आंकड़े सोमवार को उपलब्ध होंगे. उन्होंने कहा कि अगर अंतिम घंटे में भारी मतदान हुआ होगा तो मतदान का प्रतिशत 60 फीसदी को पार कर सकता है. साल 2007 में हुए पिछले चुनाव में मतदान का प्रतिशत महज 42.78 फीसदी रहा था. कांग्रेस और भाजपा दोनों ने चुनाव में अपनी-अपनी पार्टी की जीत का दावा किया.
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख जे पी अग्रवाल ने कहा कि वह अपनी पार्टी की जीत को लेकर ‘100 फीसदी’ आश्वस्त हैं जबकि उनके भाजपा के समकक्ष विजेंदर गुप्ता ने कहा कि उनकी पार्टी तीनों निगमों में जीत दर्ज करने जा रही है. मतगणना मंगलवार को होगी.
तीन नए नगर निगमों के लिए आज हुए मतदान में ग्रामीण दिल्ली के मतदाताओं ने शहरी बस्तियों की तुलना में अधिक संख्या में मतदान किया.
राज्य चुनाव आयुक्त राकेश मेहता ने शुरूआती रिपोर्ट के हवाले से बताया कि तीन नगर निगमों के लिए पहली बार हुए चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत शहरी क्षेत्रों की तुलना में कहीं अधिक रहा.
उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए बताया कि नजफगढ़ के निकट ग्रामीण बस्ती चावला में 62 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जबकि वसंत विहार और मालवीय नगर में क्रमश: 43 फीसदी और 22 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
राजधानी के कम से कम चार वाडरें में मतदाताओं की लंबी कतार होने के कारण चुनाव में मतदान निर्धारित समय से काफी अधिक समय तक जारी रहा. उत्तर दिल्ली नगर निगम में मल्कागंज, बाजार सीताराम और तुर्कमान गेट तथा दक्षिण दिल्ली नगर निगम के खानपुर में सात बजे के बाद तक मतदान होता रहा क्योंकि इन क्षेत्रों के कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें थीं.
तीन नगर निगमों के लिए चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. चुनाव के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शहर में करीब 83 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
हालांकि कुछ इलाकों में राजनीतिक दलों के समूहों के बीच कहासुनी की मामूली घटनाएं हुई लेकिन राजधानी के किसी भी हिस्से से हिंसा की किसी भी घटना का समाचार नहीं मिला.