सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन को एक महान रचानाधर्मी बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनका विरोध करने वाले ‘तंग-सोच’ के हैं.
चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन (95) का गुरुवार तड़के लंदन के एक अस्पताल में निधन हो गया. वह 95 वर्ष के थे.
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सोनी यहां मंत्रिमंडल की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में एक सवाल पर कहा कि हुसैन विलक्षण प्रतिभा के धनी और भारत के ही नागरिक थे. उन्होंने कहा, ‘वह महान रचानाधर्मी थे. उनकी नागरिकता को लेकर कभी कोई संशय या प्रश्न नहीं रहा.’
उनकी चित्रकारी पर शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के विरोध के बारे में पूछे जाने पर सोनी ने कहा, ‘यह बदकिस्मती है, तंग सोच के लोग तंग नजरिये से ही हर चीज को देखते हैं, देश के ज्यादातर नागरिक इस तरह की सोच के साथ नहीं हैं.’
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भारत के पिकासो के नाम से विख्यात चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन देश में उनकी चित्रकारी को लेकर कुछ धार्मिक और राजनीतिक संगठनों के विरोध के चलते कुछ समय से दुबई और लंदन में स्वनिर्वासित जीवन बिता रहे थे.