केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने घोषणा की कि अब महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का दूरदराज के इलाकों में नकद भुगतान किया जाएगा और इसकी वीडियो रिकार्डिंग के जरिये भ्रष्टाचार खत्म किया जा सकेगा.
झारखंड में सारंडा के जंगलों का कल दौरा करने के बाद आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में जयराम रमेश ने कहा कि केन्द्र सरकार मनरेगा में किसानों को होने वाले भुगतान में भ्रष्टाचार को मिटाने की हर संभव कोशिश कर रही है और भुगतान की वीडियों रिकार्डिंग उसी का हिस्सा है.
रमेश ने कहा कि सारंडा जैसे क्षेत्रों में न तो बैंक है और न ही पोस्ट आफिस जिससे कि किसानों को मनरेगा का भगुतान उनके माध्यम से किया जा सके. इसी बात को ध्यान में रखते हुए इन दूरदराज के इन इलाकों में अब नकदी भुगतान की व्यवस्था प्रारंभ की गयी है. मगर अब इस भुगतान की वीडियों रिकार्डिंग की जाएगी, जिससे इसमें सही हाथ में ही पूरा भुगतान जा रहा है इसे सुनिश्चित किया जा सके.
झारखंड के लातेहार में इस वर्ष मार्च में नियामत अंसारी नामक मनरेगा कार्यकर्ता की हत्या की घटना का स्मरण दिलाते हुए रमेश ने कहा कि इस तरह की घटनाएं सिर्फ भ्रष्टाचार छिपाने के लिए होती है, लेकिन केन्द्र सरकार इसे सहन नहीं कर सकेगी.