मध्य प्रदेश को जल तथा स्वच्छता श्रेणी में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो शहर में आयोजित समारोह में 'वुमेन गुड प्रैक्टिस अवार्ड-20' के द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह पुरस्कार मध्य प्रदेश में विकसित 'पेन इन वैन एप्रोच' के लिए दिया गया है.
'पेन इन वैन एप्रोच' को एनर्जी एनवायरमेंट एंड डेवलपमेंट सोसायटी (ईड्स) द्वारा यूनीसेफ के सहयोग से विकसित किया गया था. स्वयंसेवी संस्था ईड्स की आशु सक्सेना को इस अनूठे प्रयोग के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
प्रदेश में जिला पंचायत खंडवा, जिला पंचायत खरगोन और जिला पंचायत धार में आने वाली 80 विभिन्न ग्राम पंचायतों में 'पेन इन वैन एप्रोच' के माध्यम से जल एवं स्वच्छता सम्बंधी जनचेतना जागृत की गई. इस दौरान करीब 240 गांवों के डेढ़ लाख से अधिक ग्रामवासियों ने इस नए प्रयोग के माध्यम से गंदे पानी से होने वाली बीमारियों को जाना और स्वच्छ जल के महत्व को समझा.
जिला पंचायतों द्वारा पिछड़े ग्रामीण अंचल का चयन किया गया था, जिन्हें निर्मल-ग्राम के रूप में विकसित किया जा रहा है. आयोजन के दौरान बड़ी तादाद में ग्रामीण महिलाओं और स्थानीय जनसमुदाय ने कार्यक्रमों में भागीदारी की थी. इन ग्रामों में फरवरी, 2009 से मार्च, 2011 की अवधि में 'पेन इन वेन एप्रोच' के माध्यम से ग्रामीणों को प्रायोगिक शिक्षा मौके पर देने के बेहतर परिणाम हासिल हुए हैं.
'पेन इन वैन' आधुनिक तकनीकी से युक्त ऐसी वैन है, जिसमें प्रचार-प्रसार की ऑडियो-वीडियो सामग्री व खेल का सामान होता है. वैन में प्रशिक्षक और अन्य लोग मौजूद रहते हैं जो तीन से चार दिन गांव में ही रुकते हैं तथा सुनियोजित ढंग से ग्रामवासियों तक जल स्वच्छता का संदेश पहुंचाते हैं.