गृह मंत्री पी चिदंबरम शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में अपने इस कथित बयान के लिए हमले का शिकार बने कि यदि केवल दक्षिणी और पश्चिमी हिस्से होते तो भारत कहीं ज्यादा तरक्की करता.
भारी हंगामे और नारेबाजी के बीच भाजपा, सपा, राजद सहित कुछ दलों के सदस्यों ने चिदंबरम की बर्खास्तगी की मांग की. चिदंबरम के कथित बयान पर हुए हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक 45 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी और बाद में भी सामान्य कामकाज नहीं हो सका, जिससे सदन की बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
दोनों ही सदनों में सदस्यों ने चिदंबरम की कथित टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जतायी. खबर है कि अमेरिकी राजदूत टिमोथी के साथ 2009 में बातचीत के दौरान चिदंबरम ने उक्त टिप्पणी की थी, जिसका खुलासा विकीलीक्स ने किया और खबर दैनिक अखबार हिन्दू में छपी.
निचले सदन में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि चिदंबरम ने देश के गृह मंत्री होने के बावजूद राष्ट्रीय एकता के खिलाफ टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि सबसे गंभीर बात यह है कि चिदंबरम ने एक विदेशी राजदूत से यह बात कही है. {mospagebreak}
गृहमंत्री को बर्खास्त करने की मांग को लेकर उनकी पार्टी के सदस्यों ने नारेबाजी की. सपा नेता ने कहा कि यह बात अत्यंत आपत्तिजनक है कि चिदंबरम ने गृह मंत्री के पद पर रहते हुए ऐसी टिप्पणी की. नारेबाजी करते हुए सपा सांसद आसन के सामने आ गये. मुलायम ने कहा कि चिदंबरम का बयान शर्मनाक है और उन्हें तत्काल हटाया जाना चाहिए. अपने इस बयान के लिए चिदंबरम माफी भी मांगें.
सपा सदस्यों का भाजपा सांसदों ने भी समर्थन करते हुए चिदंबरम पर हमला बोला हालांकि उस समय चिदंबरम सदन में मौजूद नहीं थे. भारी शोरगुल और हंगामे के कारण लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन की बैठक 45 मिनट के लिए दोपहर एक बजे तक स्थगित कर दी. सदन की बैठक दोबारा शुरू होने पर सपा, भाजपा और राजद सदस्यों ने फिर हंगामा कर दिया.
संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने हालांकि यह कहते हुए सदस्यों को शांत कराने की कोशिश की कि विकीलीक्स की विषयवस्तु पर यकीन नहीं किया जाना चाहिए. राज्यसभा में सपा के राम गोपाल यादव ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि चिदंबरम ने अपनी टिप्पणियों से देश का अपमान किया है. इससे देश की एकता खतरे में पड़ती है. उन्हें अपना बयान तत्काल वापस लेना चाहिए.
बीजद, जद यू और राजद सांसदों ने यादव की बात का समर्थन किया. उप सभापति के रहमान खान ने हालांकि कहा कि विकीलीक्स की विषयवस्तु की प्रामाणिकता पर विश्वास नहीं किया जा सकता है. बाद में सदन के बाहर चिदंबरम ने मीडिया से बातचीत में उक्त आरोपों से इनकार किया.