वर्ष 2008 के बेंगलूर विस्फोट मामले में गिरफ्तारी से बच रहे पीडीपी नेता ने रविवार को कहा कि वह आने वाले दिनों में समीप की अदालत में समर्पण करेंगे. समर्पण की तिथि कल घोषित की जायेगी.
मदनी ने यहां के समीप नानवारसेरी में अपने शिविर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वह समीप की अदालत में आत्मसमर्पण करना पसंद करेंगे, क्योंकि उनकी गिरफ्तारी से उत्पन्न होने वाली कानून एवं व्यवस्था की समस्याओं को वह टालना चाहते हैं. पीडीपी की गिरफ्तारी को लेकर संदेह बना हुआ है और अटकलें लगायी जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि उनका स्वास्थ्य खराब है तथा गिरफ्तारी से उनके लिए कई गंभीर परेशानियां खड़ी हो सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि पुलिस चाहे तो आकर उन्हें गिरफ्तार कर सकती है.
उनके शिविर के आसपास लगी निषेधाज्ञा के बाद मीडिया के समक्ष पहली बार सामने आये मदनी ने ईमान की कसम खाते हुए कहा कि उनकी बेंगलूर विस्फोट मामले में कोई भूमिका नहीं है लेकिन कर्नाटक पुलिस उन्हें गलत तरीके से फंसाया है.
उन्होंने कहा कि मैंने टी नजीर (हिरासत में बंद मामले का प्रमुख आरोपी) सहित किसी से भी सीधे या फोन पर बातचीत नहीं की. पीडीपी नेता ने कहा कि उन पर आरोप लगाया गया है कि वह विस्फोट की साजिश के तहत कर्नाटक के कुर्ग में गये. उन्होंने दावा कि यह जगह उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखी.{mospagebreak}
पीडीपी नेता मदनी ने इस बात से भी इंकार किया कि वह जिस परिसर में टिके हुए हैं वहां हथियारों का जखीरा है. उन्होंने कहा कि इस अनाथालय के चप्पे चप्पे की जांच की जा सकती है. इस बीच, राजस्व अधिकारियों ने आज अनवरसेरी में उसके शिविर के बाहर एक नोटिस चस्पा कर दिया.
नोटिस में अनाथालय परिसर के प्रबंधन से कहा गया है कि वहां के नियमित लोगों को छोड़कर बाकी सभी लोगों को बाहर निकाल दिया जाए और अगर कोई हथियार है तो उसे हटाया जाए.
कुन्नाथुर तालुक के तहसीलदार के दस्तखत वाले नोटिस में अनाथाश्रम के अधिकारियों से कहा गया है कि कल से इलाके में जारी धारा 144 का पूर्णरूप से पालन किया जाए.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक नोटिस को अनाथाश्रम के द्वार पर लगाया गया है जहां मदनी रह रहा है. इसके अधिकारियों ने जब नोटिस को लेने से इंकार कर दिया तो इसे वहीं चिपका दिया गया.
बहरहाल राज्य के गृह मंत्री कोडियारी बालकृष्णन ने कहा कि यह कर्नाटक पुलिस पर निर्भर करता है कि मदनी को कब गिरफ्तार किया जाए और इस मामले में राज्य पुलिस की भूमिका सहयोग करने की है.
बालकृष्णन ने कोझिकोड में संवाददाताओं से कहा कि गिरफ्तारी वारंट कर्नाटक पुलिस के पास है. इसे कर्नाटक पुलिस को अंजाम देना है और केरल पुलिस हर तरह से सहयोग करेगी.
बहरहाल कुछ मुस्लिम संगठनों के पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री वी एस अच्युतानंदन से मुलाकात की और मदनी के साथ मानवीय व्यवहार के लिए उनके हस्तक्षेप की मांग की.{mospagebreak}
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को इस मुद्दे पर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया. मैनागापल्ली और सस्थामकोटा पंचायतों में एहतियाती आदेश जारी कर पांच या इससे अधिक लोगों के एक साथ इकट्ठा होने के खिलाफ चेतावनी जारी कर दी गई.
इलाके में शनिवार से ही विशेष हथियारबंद बटालियन सहित पुलिस बल की भारी संख्या में तैनाती की गई है ताकि मदनी की गिरफ्तारी से उत्पन्न स्थिति से निपटा जा सके.
कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा मदनी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर देने के बाद पिछले हफ्ते से ही सीआई एन. एच. सिदप्पा के नेतृत्व में कर्नाटक पुलिस की एक टीम जिले में डेरा डाले हुए है.