कर्नाटक के लोकायुक्त संतोष हेगड़े ने कहा कि बेल्लारी में ‘माफिया जैसा’ खनन नेटवर्क काम कर रहा है जहां राज्य के मंत्री रेड्डी बंधु का काफी प्रभाव है और वहां अवैध खनन ‘भ्रष्टाचार की एकल खिड़की प्रणाली’ की तरह है.
खनन घोटाले पर रिपोर्ट पेश करने के बाद हेगड़े ने कहा कि उनकी रिपोर्टों और सिफारिशों पर सरकार का रिकार्ड काफी खराब रहा है. गौरतलब है कि अवैध खनन पर हेगड़े की रिपोर्ट के कारण भाजपा नेतृत्व को दक्षिण की पहली भाजपा सरकार के नेतृत्व कर रहे कर्नाटक मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा से इस्तीफा देने के लिए कहना पड़ा.
2 अगस्त को सेवानिवृत होने वाले हेगड़े से जब उनकी सिफारिशों और रिपोर्ट पर कर्नाटक सरकार की प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘काफी खराब.’ उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हेगड़े ने कहा, ‘अन्य राज्यों की तुलना में कर्नाटक में लोकायुक्त अधिनियम अधिक मजबूत है लेकिन इसका स्वरूप सिफारिश करने की प्रकृति का है. इसे कभी स्वीकार नहीं किया जाता या लागू नहीं किया जाता.’
हेगड़े ने कहा कि दिसंबर 2008 को अवैध खनन पर उनकी ओर से पेश अंतरिम रिपोर्ट में उनके कई सुझावों पर अमल नहीं किया गया. ताजा रिपोर्ट में हेगड़े ने कहा कि लोकायुक्त ने बेल्लारी और उससे लगे जिलों में माफिया जैसे नेटवर्क का खुलासा किया है.
उन्होंने कहा, ‘आपको अनिवार्य रूप से अपने उत्पादन का 40 से 45 प्रतिशत देना पड़ता है और वे (बड़े लोग) आपके चुने हुए गंतव्य स्थल तक उसे पहुंचाने की पूरी जिम्मेदारी निभायेंगे.’ रेड्डी बंधु की ओर एक तरह से इशारा करते हुए हेगड़े ने इसे भ्रष्टाचार की एकल खिड़की प्रणाली की संज्ञा दी. खनिज संपदा से मालामाल बेल्लारी में रेड्डी बंधु का काफी प्रभाव है और लोकायुक्त की रिपोर्ट में अन्य लोगों के साथ इन्हें भी दोषी ठहराया गया है.
उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर अवैध खनन के कारण आम लोगों की पीड़ा हृदय विदारक है. हेगड़े ने कहा कि रिपोर्ट में विभिन्न देशों में तीन चार कंपनियां खोले जाने का उल्लेख है जिनमें सिंगापुर भी शामिल है. यह पूछे जाने पर कि क्या ये कंपनियां राज्य के मंत्री जनार्धन रेड्डी और करूणाकर रेड्डी की है, हेगड़े ने कहा, ‘हां, हां.’
लोकायुक्त ने अपनी रिपोर्ट में सिफारिश की है कि विदेशी मुद्रा चोरी किये जाने के मामले को जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय को भेजा जाए. रिपोर्ट में विदेशी मुद्रा चोरी की राशि पर हेगड़े ने कहा, ‘हमने इसका आकलन नहीं किया क्योंकि जो सामग्री (निर्यातित) दर्ज है उसका अवमूल्यन किया गया है और इसका आकलन करना आसान है क्योंकि रिकार्ड में इसका मूल्य दिया गया है और जितनी सामग्री गई उसके अनुरूप धन वापस नहीं आया.’
रिपोर्ट में दोषी ठहराये जाने के बाद येदियुरप्पा से इस्तीफा देने की भाजपा केंद्रीय नेतृत्व की हिदायत के बारे में पूछे जाने पर हेगड़े ने कहा कि उन्हें इस विषय में कुछ नहीं कहना है. उन्होंने कहा, ‘मैं कोई राजनीतिज्ञ नहीं हूं.’ उन्होंने कहा कि पांच लोकायुक्त अधिकारियों ने रिपोर्ट पर 11 महीने तक बिना अवकाश लिये काम किया. हेगड़े ने कहा, ‘आप अंदाजा लगा सकते हैं, अगर आपको रिपोर्ट तैयार करने के लिए 40 लाख प्राप्तियों और चार लाख रिकार्ड को देखना पड़े.’