महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने 13 जुलाई 2011 के तिहरे मुंबई बम विस्फोट मामले को सुलझाने का दावा किया है.
एटीएस चीफ राकेश मारिया ने बताया कि इस धमाके के सिलसिले में इंडियन मुजाहिउद्दीन के कातिल सिद्दिकी से प्राप्त जानकारी के आधार पर नकी अहमद और नदीम अख्तर को गिरफ्तार किया गया है.
पहले आरोपी की गिरफ्तारी बिहार के दरभंगा से हुई. इस आरोपी की गिरफ्तारी को 15 जनवरी को हुई थी.
राकेश मारिया ने बताया कि सिलसिलेवार ढंग से मुंबई में हुए तीन बम ब्लास्ट की जांच में 180 सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और 12 हजार से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई.
इस सिलसिले में अब तक 8 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं और तीन की तलाश जारी हैं जिनमें इस केस का मास्टरमाइंट यासिन भटकल भी शामिल है.
महाराष्ट्र एटीएस के मुताबिक यासिन भटकल मुंबई ब्लास्ट का मुख्य आरोपी है. नकी ने भटकल को मुंबई में रहने की जगह देने के साथ रेकी के लिए पैसे भी मुहैया कराए थे.नकी से मुलाकात करने भटकल दरभंगा जाता था जहां पर मुंबई ब्लास्ट की साजिश रची गई।.भटकल ने नकी को डेढ़ लाख रुपये दिए थे.
गौरतलब है कि 13 जुलाई 2011 को शाम के वक्त मुंबई तिहरे बम ब्लास्ट से दहल गया था. ये धमाके झावेरी बाजार, ओपेरा हाउस और दादर में हुए थे, जिसमें 27 लोग मारे गए थे.