वकीलों की संस्था आल इंडिया बार एसोसिएशन (एआईबीए) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने न्यायपालिका पर टिप्पणी कर अदालत की अवमानना नहीं की है.
एआईबीए ने जारी अपने बयान में देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एस पी बरूचा के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि न्यायपालिका का 80 फीसदी हिस्सा ईमानदार है और बाकी का 20 फीसदी भ्रष्ट है.
बयान में कहा गया है कि ममता ने न्यायपालिका के खिलाफ बयान देकर कुछ भी गलत नहीं किया है. इसमें कहा गया है कि अगर न्यायपालिका के प्रमुख मीडिया की मौजूदगी में एक आयोजन के दौरान यह बयान दे सकते हैं तो हमें लगता है कि ममता बनर्जी ने यह बयान देकर अदालत की कोई अवमानना नहीं की है.
एआईबीए के अध्यक्ष डॉ. अदीश सी अग्रवाल ने इस बयान में कहा कि हालांकि बेहतर यह होता कि उन्होंने भ्रष्टाचार के कुछ तथ्य (अगर मौजूद हों तो) संबंधित अधिकारियों के समक्ष रखे होते.