पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया के खिलाफ अपने हमले को जारी रखते हुए उस पर व्यवसायीकरण की ओर भागने का आरोप लगाया. इसके साथ ही उन्होंने माकपा पर अपनी सरकार के खिलाफ टीवी चैनलों के जरिए अफवाह फैलाने का आरोप भी लगाया.
ममता ने अपनी पार्टी की छात्र शाखा तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस के मौके पर एक रैली में कहा, ‘अखबार और टीवी चैनल अब बेताबी से बाजार में पहुंच बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उनका रूख बदल गया है. ऐसा लगता है कि वे लोगों की समस्याओं को भूल रहे हैं’
उन्होंने कहा कि मीडिया सिर्फ राज्य में हो रही घटनाओं को उजागर कर रहा है
ममता ने पूछा कि दिल्ली और अन्य स्थानों पर क्या हो रहा है? उन्होंने माकपा पर पिछले 35 साल से अफवाहें फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘माकपा ने चैनलों को शुरू किए जाने के लिए धन दिया है और हमारे खिलाफ दिन रात अफवाहें फैला रहे हैं. माकपा को बंगाल की सत्ता से बेदखल कर दिया गया. लेकिन अभी भी वे बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. वे सफल नहीं होंगे.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘साढ़े तीन साल इंतजार करिए, माकपा सत्ता में नहीं लौटेंगे. लोगों ने उनके 34 साल के शासन में बहुत बर्दाश्त किया है.’
उन्होंने कहा कि माकपा ने अपने शासन के 34 साल में जो किया उसकी महत्वपूर्ण फाइलें छिपा दी गई हैं. वे नहीं चाहते कि लोग उनके घोटालों और भ्रष्टाचार के बारे में जाने.
ममता ने हाल ही में मीडिया पर अपराध को उकसाने और बलात्कार की झूठी घटनाएं गढ़ने का आरोप लगाया था.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं करेगी और ऐसा होने पर कार्रवाई करेगी.
उन्होंने कहा कि वाम मोर्चा के शासन काल में बलात्कार की कई घटनाएं हुई थी लेकिन पुलिस की डायरी में इन्हें दर्ज नहीं किया गया.