टीम अन्ना के पांचवें चाणक्य हैं मनीष सिसौदिया. पेशे से पत्रकार रह चुके सिसौदिया, समझते हैं कि कैसे टीवी पर छाया जा सकता है. अन्ना के फैसलों में सिसौदिया भी शामिल रहते हैं.
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भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार अन्ना के सामने ऐसे झुक जाएगी ये खुद सरकार को भी गुमान नहीं होगा और इसकी वजह है टीम अन्ना. जी हां सिविल सोसायटी से एक और शख्स जुड़ा है जो मीडिया की नब्ज़ को अच्छे से जानता है और उसका नाम है मनीष सिसौदिया.
अन्ना के फैसलों में सिसौदिया का भी अहम रोल होता है. आज अन्ना का आंदोलन मीडिया में छाया हुआ है तो शायद उसकी वजह मनीष सिसोदिया ही हैं क्योंकि मनीष सिसौदिया एक टीवी पत्रकार रह चुके हैं और टीवी पर छाए रहने के गुर उनसे बेहतर अन्ना को कौन बता सकता है?
मनीष सिसौदिया आरटीआई, यानी राइट टू इनफॉर्मेशन से जुड़े हुए हैं. सरकारी कार्यप्रणाली में खुलापन और पारदर्शिता लाने के लिए 2005 में इस अधीनियम को बनाया गया था. आरटीआई लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत बनाने, करप्शन हटाने, जनता को अधिकारों से लैस बनाने और देश के विकास में नागरिकों की भागीदारी बढ़ाने में मील का पत्थर साबित हुआ.
मनीष सिसौदिया केजरीवाल के साथ परिवर्तन संस्था से भी जुड़े हैं यानी भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए कब क्या करना है और खास कर मीडिया में कैसे बने रहना है ये गुर सिसौदिया को ठीक से पता है और ऐसे में अन्ना और आंदोलन कैसे बने रहें सुर्खियों में इसके पीछे सिसौदिया के सलाह की अनदेखी नहीं की जा सकती.