मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने कोयला ब्लॉक आवंटन की जांच तथा निजी कंपनियों को आवंटन रद्द करने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर ऐसी नीतियां बनाने आरोप लगाया, जिसके फलस्वरूप उच्च स्तर के भ्रष्टाचार हुए.
माकपा पोलित ब्यूरो ने एक बयान में कहा, ‘प्रधानमंत्री उन नीतियां एवं फैसलों को लेकर कठघरे में हैं, जिसकी वजह से कोयला ब्लॉक आवंटन में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ.’ पार्टी ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की जिसके दायरे में कोयला ब्लॉक के आवंटन में प्रधानमंत्री कार्यायल की भूमिका आए.
उसने कहा, ‘गड़बडी और सरकारी खजाने को घाटा पहुंचाने के लिए जो भी जिम्मेदार पाए जाएं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. इसी बीच निजी कंपनियों को कोयला ब्लॉक आवंटन जो अनियिमत तरीके से किए गए और जहां शर्तों और नियमों का उल्लंघन किया गया, रद्द किए जाएं.’
पार्टी ने कहा कि कैग ने जिस अवधि की जांच की है, उसमें से ज्यादातर समय कोयला मंत्रालय प्रधानमंत्री के पास ही था.