मूल्यवृद्धि और एफडीआई पर बढ़ते विरोध के मद्देनजर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि देश में आर्थिक सुधारों का समर्थन होना चाहिए. भाषण के दौरान उन्हें कड़ा विरोध भी झेलना पड़ा.
राजधानी के विज्ञान भवन में आर्थिक सुधारों पर अपनी राय रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार पर विकास की जिम्मेदारी होती है और हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की विकास दर की जरूरत है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि देश के औद्योगिक विकास में तेजी लानी ही होगी. उन्होंने कहा कि हम दुनिया के दूसरे देशों से सीख सकते हैं. उन्होंने कहा, 'हमें निवेश को आकर्षित करने वाला माहौल बनाना चाहिए'.
दूसरी ओर, प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान उन्हें एक शख्स का विरोध झेलना पड़ा. एक व्यक्ति ने महंगाई के खिलाफ नारेबाजी की और 'प्रधानमंत्री वापस जाओ' के नारे लगाए. जानकारी के मुताबिक, विरोध जताने वाले शख्स का नाम संतोष कुमार सुमन है, जो कि बिहार का रहने वाला है.
बहरहाल, देखना यह है कि कठोर आर्थिक सुधार और महंगाई की आग की तपिश आगे क्या-क्या असर दिखाती है.