प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को अपने पुराने बैरभाव को पीछे छोड़ देना चाहिए और एक स्थाई सुलह जरूरी है ताकि दोनों पड़ोसी देश गरिमा और सम्मान के साथ रहें.
भारत-पाकिस्तान के बीच विश्वकप क्रिकेट के सेमीफाइनल के मुकाबले के दौरान अपने पाकिस्तानी समकक्ष यूसुफ रजा गिलानी के सम्मान में दिये गये रात्रिभोज में प्रधानमंत्री सिंह ने कहा कि दोनों देशों को साझा समाधान तलाशने के लिए एक साथ काम करना चाहिए और गरिमा तथा सम्मान के साथ रहने के लिए स्थाई सुलह जरूरी है.
बाद में सिंह ने कहा, ‘हमारे दोनों देशों के बीच जो भी मतभेद रहे हमें उन्हें सुलझाने के रास्ते तलाशने होंगे.’ उन्होंने कहा, ‘गिलानी साहब और मैंने सभी लंबित मुद्दों पर व्यापक बातचीत की और हमने अपनी इस दृढ़ता को दोहराया कि रास्ते में कठिनाई हैं लेकिन हम इन दिक्कतों से उबरने में हर ईमानदार प्रयास करेंगे.’
सिंह ने कहा, ‘और मोहाली का संदेश यह है कि भारत और पाकिस्तान के लोग शांति और भाईचारे के साथ रहना चाहते हैं और दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने भी प्रतिबद्धता जताई कि उनकी सरकार इस दिशा में काम करेगी.’ सिंह ने कहा कि वह क्रिकेट के खूबसूरत खेल को देखने के लिए उनका निमंत्रण स्वीकार करने पर गिलानी के प्रति बहुत आभारी हैं.