कभी-कभार मारिजुआना के सेवन से फेफड़ों पर तंबाकू के सेवन की तरह दीर्घकालिक दुष्प्रभाव नहीं पड़ता. करीब 20 साल तक किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है.
सान फ्रांसिस्को की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया और बिर्मंघम में यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बामा के शोधकतार्आें ने भी पाया कि मारिजुआना का सेवन करने वालों में फेफड़ों का आकार और वायु-प्रवाह दर मामूली सी बढ़ जाती है.
जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार शोधकर्ताओं ने दो दशक में दिल की बीमारियों के खतरे का पता लगाने के उद्देश्य से एक राष्ट्रीय डाटाबेस से 5000 वयस्कों पर मारिजुआना और तंबाकू के सेवन से संबंधित अध्ययन किया.
आंकड़ों में तंबाकू के बारे में नया कुछ नहीं पाया गया, जैसे ही तंबाकू अंदर जाती है, धूम्रपान करने वाले के फेफड़े में हवा की मात्रा कम हो जाती है, लेकिन कभी कभार मारिजुआना का सेवन करने वालों के मामले में ऐसा नहीं है.