कम बिक्री, मानेसर संयंत्र में कर्मचारियों की हड़ताल और रुपए में कमजोरी से प्रभावित मारुति सुजुकी इंडिया का मुनाफा 31 दिसंबर 2011 को समाप्त तिमाही के दौरान 63.6 फीसद गिरकर 205.6 करोड़ रुपए का रह गया जो पिछली 12 तिमाहियों का न्यूनतम स्तर है. कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 565.17 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था.
मारुति सुजुकी इंडिया ने एक बयान में कहा कि समीक्षाधीन अवधि के दौरान कंपनी की कुल बिक्री 17.4 फीसद गिरकर 7,663.6 करोड़ रुपए की रही जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी ने 9, 276. 73 करोड़ रुपए की बिक्री की थी.
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के मुनाफे का स्तर 2008-09 की तीसरी तिमाही से लेकर अब तक सबसे कम है जबकि कंपनी का मुनाफा 55 फीसद गिरा था.
कंपनी ने कहा, ‘ईंधन की कीमत बढ़ने और उंची ब्याज दर के कारण बाजार की खराब हालत के कारण इस तिमाही के दौरान कारों की बिक्री कम हुई.’
मारुति ने कहा कि इसके अलावा मानेसर में कर्मचारियों की हड़ताल के कारण करीब 40,000 कम कारों को उत्पादन हुआ. समीक्षाधीन अवधि के दौरान मारुति ने 27.56 फीसद कम वाहन बेचे. अक्टूबर से दिसंबर 2011 के दौरान मारुति ने कुल 2,39,528 कारें बेचीं जबकि पिछले साल की समान अवधि में 3,30,687 कारें बेची थीं.
अक्तूबर से दिसंबर 2011 की तिमाही में मारुति की घरेलू बिक्री 2,11,803 वाहनों की रही जबकि पिछले साल की समान अवधि में 2,99,527 वाहन बेचे गए थे. इस दौरान निर्यात भी 27,725 कार बेचे गए जबकि पिछले साल की समान अवधि में 31,160 कारों का निर्यात हुआ था.
रुपए में कमजोरी के बारे में मारुति के मुख्य वित्त अधिकारी अजय सेठ ने कहा कि कंपनी को विनिमय दर में उतार चढाव के चलते इस दौरान 200 करोड़ रुपए के विदेशी मुद्रा का नुकसान हुआ. हालांकि खराब नतीजे की खबर आने पर कंपनी का शेयर शुरू में गिरावट पर बाद में इसमें अच्छा सुधार दर्ज किया गया. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में यह शेयर 5.77 फीसद चढ़कर 1,162.55 रुपए पर बंद हुआ.
विश्लेषकों ने कहा कि तीसरी तिमाही एक असामान्य तिमाही रही जबकि मारुति की बिक्री मानेसर संयंत्र में कर्मचारियों की हड़ताल से प्रभावित हुई लेकिन कंपनी अगले वित्त वर्ष में वापस लीक पर आएगी.
कोटक सीक्योरिटीज के दीपेन शाह ने कहा, ‘2012-13 में कंपनी का कारोबार सुधरने की उम्मीद है लेकिन रुपए में कमजोरी से इसके लाभ पर दबाव बना रहने की संभावना है.’
हालांकि मारुति ने कहा कि बुरा दौर गुजर चुका है और उसे अगले वित्त वर्ष में और जोरदार प्रदर्शन की उम्मीद है.