कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी दिग्विजय सिंह ने दिल्ली की जामा मस्जिद के इमाम मौलाना बुखारी पर निशाना साधते हुए कहा है कि मौलाना बुखारी साम्प्रदायिक व्यक्ति हैं, जिन्होंने एक समय ओसामा बिन लादेन का समर्थन किया था और 2004 के चुनावो के भाजपा के पक्ष में फतवा जारी किया था.
सिंह ने कहा कि बुखारी की हैसियत इतनी है कि दिल्ली की जिस जामा मस्जिद में वह इमाम हैं और वर्षों से वहां रहते आये हैं उसी इलाके से उनका विरोधी चुनाव जीतकर आ जाता है और अब प्रदेश का मुसलमान बुखारी के बहकावे में नहीं आने वाला है.
मुलायम मौलाना बुखारी गठजोड़ से जुड़े सवालों के जवाब में कांग्रेस नेता ने कहा कि बुखारी अब पूरी तरह बेनकाब हो गये हैं. एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने योग गुरु बाबा रामदेव को फर्जी और ठग बताया.
अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस से जुड़े सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव ने गलती की थी कि उन्होंने कल्याण सिंह के हलफनामे पर भरोसा कर लिया था लेकिन मुलायम ने तो कल्याण को गले लगाकर उनके पुत्र को मंत्री पद तक दे डाला था. उन्होंने याद दिलाया कि एक ही मंत्रिमंडल में आजम खां और कल्याण सिंह के पुत्र मंत्री थे.
इससे पूर्व भखला गांव के गांधी घाट पर पयागपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश श्रीवास्तव के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि स्व. प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने डा. अम्बेडकर को संविधान लिखने का अधिकार दिया था.
उन्होंने कहा कि नेहरू गांधी परिवार बलिदान का परिवार है. नेहरू जी ने देश के लिए अपनी सम्पत्ति दान की तो इंदिरा गांधी और राजीव गांधी आतंकवाद से लड़ने के चलते शहीद हुए थे. सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद त्याग दिया तो राहुल भी जब चाहते तब प्रधानमंत्री बन जाते लेकिन उनमें भी सत्ता की भूख नहीं है.
एनआरएचएम घोटाले का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि हमने प्रदेश के स्वास्थ्य महकमे की हालत सुधारने को साढ़े आठ हजार करोड़ रुपये भेजे थे लेकिन उसमे से पांच हजार करोड़ रुपयों का पता नहीं चल पा रहा है. उन्होंने कहा कि इस घोटाले में पांच हत्याएं इसलिए हो गयीं ताकि घोटाले मे शामिल बड़े नामों को छिपाया जा सके लेकिन चाहे जितनी कोशिश कर ले घोटाला करने वाले बड़े नाम सामने आयेंगे और उन्हें सजा मिलेगी.
सिंह ने कहा कि प्रदेश में तीन-तीन बार मायावती और मुलायम तथा दो बार भाजपा सरकारें रही हैं और इन 22 वर्षों में प्रदेश बदहाल हो गया. उन्होंने कहा कि केन्द्र द्वारा भेजी जाने वाली रियायती दर की खाद पर पांच सौ रुपये प्रति बोरी कालाधन तथा प्रति राशनकार्ड पांच लीटर केरोसिन में से तीन लीटर हाथी खा जाता है.