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मायावती का प्रधानमंत्री को पत्र लिखना ‘हास्यास्पद नौटंकी’: भाजपा

भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर अल्पसंख्यकों, गरीब सवर्णों और जाटों को आरक्षण देने की मांग किये जाने को ‘हास्यास्पद नौटंकी’ करार दिया है.

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मायावती
मायावती

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भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर अल्पसंख्यकों, गरीब सवर्णों और जाटों को आरक्षण देने की मांग किये जाने को ‘हास्यास्पद नौटंकी’ करार दिया है. भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि प्रदेश सरकार की मुखिया ने अपनी जिम्मेदारी केन्द्र पर डालने के लिये उसे खत लिखकर राज्य सरकार को ‘चिट्ठी सरकार’ साबित किया है.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विधान परिषद सदस्य उदय नारायण दीक्षित ने कहा कि बसपा सरकार अपने कर्मों के कारण अलोकप्रिय हो चुकी है और चुनाव की आहट से कांप रही मुख्यमंत्री ने अपनी जमीन बचाने के लिये विभिन्न वर्गों के आरक्षण का शिगूफा छोड़ा है.

उन्होंने कहा कि केन्द्र की कांग्रेस सरकार को लगातार समर्थन दे रही बसपा ने आखिरकार अब तक इन्हीं मुद्दों पर केन्द्र से बात क्यों नहीं की. प्रधानमंत्री को चिट्ठियां लिखने की इच्छा चुनाव से छह-सात माह पहले ही क्यों हुई.

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जाहिर है कि मुख्यमंत्री ने चुनाव नजदीक जानकर ही चिट्ठी प्रचार का हथकंडा अपनाया है. भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी जिम्मेदारी केन्द्र पर डालने के लिये उसे खत लिखकर राज्य सरकार को ‘चिट्ठी सरकार’ ही साबित किया है.

दीक्षित ने कहा कि जाटों को आरक्षण देने का काम प्रदेश में रामप्रकाश गुप्त के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पहले ही कर चुकी है, जबकि अतिदलितों को आरक्षण की गारंटी देने का कानून राजनाथ सिंह नीत भाजपा सरकार ने वर्ष 2000 में बनाया था.

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