कांग्रेस इस बात को लेकर प्रसन्न है कि प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में नरेन्द्र मोदी की पेशबंदी ने राजग में दरार पैदा कर दी है और उसका मानना है कि गुजरात के मुख्यमंत्री भाजपा के ‘सिरदर्द’ हैं.
पढ़ें: महबूबा मुफ्ती ने कहा, मोदी की तारीफ कभी नहीं की
कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने संवाददाताओं से कहा, ‘मोदी भाजपा और राजग के सिरदर्द हैं. यह संप्रग को प्रभावित नहीं करेगा. हम उस ऐंगल से उसे नहीं देख रहे हैं. हम उनके उपवास को इस दशक के सबसे बड़े पाखंड के रूप में देख रहे हैं.’ द्विवेदी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को मोदी का ढोल पीटना होगा, जो गुजरात के मुख्यमंत्री के समर्थन के बिना अपनी राजनीति नहीं कर सकते.
पढ़ें: मोदी के उपवास पर टिप्पणी से नीतीश का इनकार
यह सवाल करते हुए कि आखिर मोदी ने किस उद्देश्य के लिए उपवास किया, द्विवेदी ने कहा कि यह अजीब बात है कि जिस व्यक्ति के खिलाफ लोगों की न्याय संबंधी शिकायतें हैं उसने इस तरह का उपवास किया.
उपवास को लेकर राजग के घटक जदयू और शिवसेना की ओर से आ रहे विरोधाभासी संकेतों के मद्देनजर उन्होंने कहा कि अगर जदयू और शिवसेना उपवास के साथ नहीं हैं तो राजग कहां है.
तस्वीरों में देखें मोदी ने कैसे तोड़ा अनशन
उन्होंने कहा कि मोदी की प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेशबंदी को लेकर भाजपा में सब कुछ ठीकठाक नहीं है. उन्होंने कहा उस पार्टी में लोगों से पूछिये कि मोदी के उपवास का किसने स्वागत किया है. अंदर वे कैसा महसूस कर रहे हैं.
तस्वीरों से जानिए नरेंद्र मोदी का जीवन
उन्होंने कहा कि वास्तव में चाहे वह उपवास हो या रथ यात्रा हो यह सब पार्टी पर नियंत्रण हासिल करने की राजनीति हैं. इन दिनों भाजपा में हर कोई अपना वर्चस्व कायम करने के प्रयास में लगा हुआ है. एक संगठन के रूप में आरएसएस यह कर रही है जबकि बाकी सब अपनी व्यक्तिगत क्षमता से ऐसा कर रहे हैं. अगर ऐसी परिस्थितियों में मोदी उपवास का ड्रामा कर रहे हैं तो इसमें आश्चर्यजनक क्या है. यह तो महज शुरुआत है. देखिये 2014 तक चीजें क्या आकार लेती हैं जब लोकसभा के चुनाव होंगे.