विधि मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने आज राजीव गांधी के एक शीर्ष सहायक पी सी अलेक्जेंडर को इस टिप्पणी के लिए आड़े हाथों लिया कि भोपाल गैस मामले में आरोपी, यूनियन कार्बाइड के प्रमुख वारेन एंडरसन की रिहाई में तत्कालीन प्रधानमंत्री की भूमिका रही होगी.
मोइली ने कहा कि अलेक्जेंडर हाल ही में भाजपा-शिवसेना के खेमे में गए हैं. उन्होंने कहा ‘‘मुझे लगता है कि वह (अलेक्जेंडर) भाजपा में शामिल हुए हैं और शिवसेना के समर्थन से राज्यसभा के सदस्य बने हैं. वह भाजपा शिवसेना खेमे में नए हैं और अब कांग्रेस विरोधी खेमे में हैं क्योंकि राष्ट्रपति पद के लिए उनके नाम पर विचार नहीं किया गया.’’ मोइली के अनुसार, अलेक्जेंडर ने जो कहा, वह राजनीति से प्रेरित बयान है.
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी के पूर्व प्रधान सचिव अलेक्जेंडर की तरह कई लोग अचानक शहीद बनना चाहते हैं. ‘‘मुझे लगता है कि (एंडरसन की दिसंबर 1984 में गिरफ्तारी के तत्काल बाद रिहाई के लिए) वह जिम्मेदार हैं क्योंकि वह उन दिनों प्रधान सचिव थे.’’ अलेक्जेंडर ने संकेत दिया था कि एंडरसन की रिहाई में शायद राजीव गांधी की भूमिका रही होगी क्योंकि तत्कालीन प्रधानमंत्री उसे जाने देने के फैसले से सहमत हो सकते थे.