सदियों से अपनी रहस्यमयी मुस्कान से लोगों में कौतूहल कायम रखने वाली ‘मोनालिसा’ की तस्वीर के बारे में एक इतालवी शोधकर्ता का कहना है कि इसे एक पुरुष मॉडल से प्रेरित होकर बनाया गया था.
कला जगत के इतालवी इतिहासकार सिलवानो विंसेटी ने दावा किया है कि लियोनार्दो दा विंची के प्रख्यात चित्र ‘मोनालिसा’ गियान गियाकोमो काप्रोती ‘सलाई’ नाम के एक मॉडल की तस्वीर है. तस्वीर की नाक और उसका मुंह भी सलाई के चित्र से मेल खाता है.
यह मॉडल लियोनार्दो के साथ सन 1490 की शुरुआत से दो दशकों तक काम करता था. ‘सेंट जॉन द बेप्टिस्ट’ सहित लियोनार्दो की कई कृतियां सलाई पर आधारित थीं. विंसेटी ने यह संभावना भी व्यक्त की है कि लियोनार्दो और सलाई के बीच में प्रेम संबंध था.
‘डेली मेल’ की खबर के अनुसार विंसेटी ने उच्च श्रेणी की तकनीकों की सहायता से ‘मोनालिसा’ का अध्ययन किया है और उन्होंने इसकी आंखों में ‘एस’ अक्षर दिखने का दावा किया है, जो सलाई की तरफ इशारा करती हैं.
हालांकि कला जगत में नई हलचल पैदा करने वाली इस दलील को कई विशेषज्ञों ने निराधार बताते हुए मानने से इनकार कर दिया है.