असम की हिंसा के मुद्दे पर कार्यस्थगन प्रस्ताव को लेकर भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण मॉनसून सत्र के पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी और प्रश्नकाल नहीं चल सका.
मॉनसून सत्र के पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ अध्यक्ष मीरा कुमार ने कुछ दिवंगत पूर्व संसद सदस्यों को श्रद्धांजलि दी और देश के अनेक हिस्सों में दुर्घटनाओं और प्राकृतिक आपदाओं के चलते लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया.
इसके तत्काल बाद पूर्वाहन करीब 11 बजकर 20 मिनट पर भाजपा के सदस्य असम की हिंसा के मुद्दे पर कार्यस्थगन प्रस्ताव को लेकर हंगामा करने लगे. हालांकि अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि उन्होंने कार्यस्थगन प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और उसे प्रश्नकाल के बाद दोपहर 12 बजे लिया जाएगा लेकिन सदस्य इसे तुरंत लिये जाने की मांग को लेकर हंगामा करते हुए आसन के सामने आ गये. असम के कोकराझार से बीपीएफ सदस्य एस के विश्वमुथियारी ने भी अध्यक्ष के आसन के समीप आकर विरोध दर्ज कराया.
इस बीच आंध्र प्रदेश के तेलंगाना से कांग्रेस के सदस्य भी अपने स्थानों पर खड़े होकर अलग प्रदेश की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. हंगामा थमता नहीं देख अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.