अरब जगत में एक अभूतपूर्व घटना के तहत मिस्र के अभियोजकों ने देश के अपदस्थ राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक और उनके दो बेटों को भ्रष्टाचार तथा सत्ता के दुरूपयोग संबंधी मामलों में जांच का सामना करने के लिए हिरासत में ले लिया.
सरकारी संवाद समिति मीना ने विधि मंत्रालय की ओर से जारी बयान के हवाले से बताया, ‘मुबारक और उनके दो बेटों अल्ला और जमाल को भ्रष्टाचार तथा सत्ता के दुरूपयोग संबंधी आरोपों में पूछताछ के लिए 15 दिन की हिरासत में लिया गया है.’ शर्म अल शेख के बीच रिसोर्ट में अचानक 82 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति के एक अस्पताल में भर्ती होने के कुछ ही घंटों बाद उनको हिरासत में लिए जाने की घोषणा की गयी.
अधिकारियों ने बताया कि सरकारी अभियोजकों द्वारा आरोपों के सिलसिले में उनसे पूछताछ आरंभ किए जाने के बाद मुबारक की तबीयत खराब हो गयी. सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर लगाए गए सरकारी वकीलों के बयान में कहा गया है कि मौजूदा जांच में ‘भ्रष्टाचार, सार्वजनिक धन की हेराफेरी तथा निजी लाभ के लिए सत्ता के दुरूपयोग’’ संबंधी आरोपों की भी जांच की जाएगी.
शर्म अल शेख के अंतरराष्ट्रीय अस्पताल में मुबारक को भर्ती किए जाने का विशेष कारण नहीं पता चला है. हालांकि मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि उन्हें हृदय संबंधी समस्या है. लेकिन विधि मंत्री मोहम्मद अल गुइंदी ने कहा कि अपदस्थ राष्ट्रपति से अस्पताल में भी पूछताछ जारी रही. यह इस बात का संकेत है कि उनकी तबीयत अधिक खराब नहीं है.
18 दिनों तक चले भारी विरोध प्रदर्शनों के बाद सत्ता छोड़ने के पश्चात मुबारक और उनका परिवार रेड सी रिसोर्ट में आराम कर रहा है. ट्यूनीशिया और मिस्र में सुधारों को लेकर शुरू हुयी प्रदर्शन की आंधी ने पूरे अरब जगत को अपनी चपेट में ले लिया है. उसके बाद से ही यमन, बहरीन, जोर्डन, सीरिया और अन्य जगहों पर प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है. मुबारक तथा उनके बेटों की गिरफ्तारी मिस्र में उनके खिलाफ मुकदमा चलाए जाने की मांग को लेकर हो रहे प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में की गयी है. हजारों लोग काहिरा के तहरीर स्क्वेयर पर रैलियां कर रहे हैं.
शर्म अल शेख में मुबारक को लेकर लोगों का गुस्सा अभी भी शांत नहीं हुआ है. उन्हें और उनके बेटों को ले जा रही पुलिस वैन पर भीड़ ने पथराव किया और बोतलें फेंकी. हालांकि मुबारक ने अल अरबिया टेलीविजन पर अपने बचाव में कहा था कि उन्होंने या उनके परिवार ने सत्ता का दुरूपयोग नहीं किया और न ही विदेशों में उनका धन जमा है.
महाभियोजक ने उन्हें हिरासत में लिए जाने का आदेश दिया था. पूर्व राष्ट्रपति के छोटे बेटे जमाल सत्तारूढ़ पार्टी में वरिष्ठ अधिकारी थे और मिस्र में पिछले दिनों हुए आंदोलन से पूर्व व्यापक पैमाने पर यही माना जा रहा था कि वह अपने पिता की जगह लेंगे.
अल जजीरा ने रिपोर्ट दी है कि मुबारक के बेटों से शर्म अल शेख के समीप ही अदालत कक्ष में दो दिन से सुनवाई हो रही थी और उन्हें राजधानी काहिरा ले जाया गया है. उनके बेटे जमाल को देश में निजीकरण कार्यक्रम का प्रणेता माना जाता है जिसके चलते देश में अरबों डालर का विदेशी निवेश हुआ लेकिन इससे अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ गयी.