मिस्र में जन आंदोलन के बाद राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के सत्ता से बेदखल होने के दो महीने बाद वहां की एक अदालत ने उनकी और उनकी पत्नी सुजान्ने के नाम सड़कों एवं पार्कों समेत सभी सार्वजनिक स्थलों से हटाने का आदेश दिया.
न्यायाधीश मोहम्मद हसन उमर ने कहा कि मुबारक और उनकी पत्नी के नाम देशभर के सभी चौराहों, सड़कों, पुस्तकालयों और अन्य सार्वजनिक संस्थानों से हटाएं जाय. अल जजीरा चैनल के अनुसार असंख्य सरकारी भवनों और सड़कों के अलावा करीब 500 स्कूलों में मुबारक और उनकी पत्नी के नाम हैं.
फिलहाल हिरासत में चल रहे मुबारक के हृदय रोग का इलाज चल रहा है और पत्नी उनका देखभाल कर रही हैं.
अपदस्थ राष्ट्रपति से उस हिंसा में उनकी कथित संलिप्तता के बारे में पूछताछ की जा रही है जो उनके शासन के खिलाफ 25 जनवरी से चले प्रदर्शन को दबाने के लिए की गयी थी. उनकी पत्नी और दो बेटों से भी भ्रष्टाचार के आरोपों में पूछताछ की जा रही है. उनके दो बेटे-अला और गमाल कुख्यात तोरा जेल में हैं.