अपने पूर्व सहयोगी अमर सिंह का समर्थन करते हुए सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने ‘वोट के बदले नोट’ मामले में उनसे पूछताछ को ‘अन्याय’ करार दिया और कहा कि वह राज्यसभा सदस्य को इस ‘संकट’ से उबरने में मदद करेंगे.
सपा प्रमुख ने हालांकि सिंह के पार्टी में लौटने की संभावना से इंकार किया. सिंह को पिछले साल पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.
यादव ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘अमर सिंह के साथ अन्याय हो रहा है. यह लोकसभा सदस्य रेवती रमण सिंह और अमर सिंह को परेशान करने की साजिश है.
उन्होंने (अमर) ने 2008 में विश्वास मत के दौरान कांग्रेस को मदद दी और सपा ने संप्रग के पक्ष में मतदान किया था. और अब उनसे पूछताछ की जा रही है.’ उन्होंने कहा कि अमर सिंह भाजपा सांसदों को रिश्वत देने के मामले में शामिल नहीं थे.
उदास दिख रहे यादव ने कहा, ‘हमने कांग्रेस के पक्ष में मत देकर उनकी मदद की. क्या हम सरकार में शामिल हुए? क्या अमर सिंह या रेवती सिंह मंत्री बन गए? अगर पैसे का लेनदेन होता तो मुझे उसकी जानकारी होती.’ उन्होंने कहा कि वह पार्टी के निष्कासित महासचिव को संकट से उबरने में उनकी मदद करेंगे. ‘हमने सरकार की मदद की, अब रेवती और अमर जांच के दायरे में हैं.’
एक प्रश्न के उत्तर में यादव ने सिंह के पार्टी में लौटने की संभावना से इंकार किया. ‘हम उन्हें पार्टी में वापस नहीं ले रहे... उनके साथ अन्याय हो रहा है.’ उन्होंने इस सवाल पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि कांग्रेस प्रमुख के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल से भी पूछताछ होगी. उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं मालूम.’ इस मामले में अमर सिंह से पूछताछ हो चुकी है जबकि रेवती रमण सिंह से दिल्ली पुलिस कल पूछताछ करेगी.
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