समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रहे रशीद मसूद ने बगावती तेवर अख्तियार करते हुए आरोप लगाया है कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव में अब फैसला करने की कूवत नहीं रही.
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कुछ महीनों से सपा में अलग-थलग पड़े राज्यसभा सदस्य मसूद ने कहा, ‘‘मैं सपा की भलाई चाहता हूं, लेकिन मेरी कोई नहीं सुन रहा. नेता जी (मुलायम) में अब फैसला करने की कूवत नहीं रही. जहां तक मुझे जानकारी है कि वे बीमार हैं और पार्टी में निर्णय खुद नहीं ले रहे.’’
बीते 26 सितंबर को 64 वर्षीय मसूद ने अपने गृह जनपद सहारनपुर में एक रैली का आयोजन किया था. इस रैली में कहीं भी सपा का बैनर और मुलायम सिंह यादव की तस्वीर नहीं दिखी. मसूद के करीबियों का कहना है कि अगर सपा नेतृत्व ने उनकी कुछ बातें नहीं मानीं, तो वे पार्टी को छोड़ने का फैसला भी कर सकते हैं.
पार्टी छोड़ने के संदर्भ में मसूद ने कहा, ‘‘फिलहाल मैं सपा में हूं. यह बात सही है कि कई पार्टियां मेरे साथ संपर्क में हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि मैं अपनी पार्टी के नेतृत्व से नाराज चल रहा हूं. मैंने अभी कोई फैसला नहीं किया है. मैं चाहता हूं कि सपा मजबूत हो, लेकिन मेरी बात सुनने के लिए कोई तैयार नहीं है.’’
मसूद के इस बगावती तेवर के बारे में सपा प्रवक्ता मोहन सिंह ने कहा, ‘‘पार्टी और हमारे नेता (मुलायम) रशीद मसूद से बात कर रहे हैं. उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है. अभी उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए. पार्टी में फैसला सिर्फ मुलायम सिंह करते हैं. हमारी पार्टी में किसी की मनमानी नहीं चलती.’’