मुंबई में बुधवार शाम भीड़भाड़ वाले इलाकों में 10 मिनट के अंतर पर सिलसिलेवार तीन विस्फोटों में कम से कम 21 लोगों की मौत हो गयी और करीब 141 लोग घायल हो गये. इस घटना ने 2008 के 26/11 आतंकी हमले की याद ताजा कर दी है.
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि 14 मिनट के अंतराल में लगातार हुए इन तीन धमाकों में 21 लोगों की मौत हो गई. व्यस्त समय में किये गए इन विस्फोट का मकसद अधिक जानी नुकसान को अंजाम देना था.
केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि कम अंतराल में हुए ये तीन विस्फोट दर्शाते हैं कि यह आतंकवादियों का समन्वित हमला था.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सभी विस्फोट आईईडी उपकरणों के माध्यम से किये गए थे. उन्होंने कहा कि इस घटना में 113 लोग घायल हो गए हैं.
शहर के भीड़भाड़ वाले जावेरी बाजार, दादर तथा चरनी रोड के ओपरा हाउस में हुए विस्फोटों से 26/11 के आतंकवादी हमले की याद ताजा हो गयी है जिसमें 166 लोगों की मौत हो गयी थी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि तीनों जगह हुए विस्फोटों में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गयी और 81 लोग जख्मी हो गये. चव्हाण ने कहा कि ओपरा हाउस में हुआ विस्फोट बहुत शक्तिशाली था. विस्फोट शाम पौने सात से सात बजे के बीच हुए.
दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि मृतक संख्या बढ़ सकती है. उन्होंने कहा कि यह आतंकवादियों की ओर से किया गया समन्वित हमला था.
इन विस्फोट में इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव उपकरणों (आईईडी) का इस्तेमाल किया गया. मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले के एक मात्र जीवित हमलावर अजमल कसाब का जन्मदिन भी आज है.
कसाब को हमलों के मामले में मौत की सजा सुनाई जा चुकी है. अभी तक किसी संगठन ने हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन मुंबई पुलिस को इसमें इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के हाथ होने का संदेह है. चव्हाण ने इस बारे में किसी का नाम नहीं लिया.
मुंबई पुलिस आयुक्त अरुप पटनायक ने कहा कि ओपरा हाउस तथा जावेरी बाजार में हुए विस्फोट दादर में हुए धमाके से अधिक शक्तिशाली थे.
महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री छगन भुजल के अनुसार यह स्पष्ट है कि 26/11 के बाद हुए सबसे बड़े विस्फोट में हमलावर ज्यादा से ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचाना चाहते थे.
वर्ष 2006 में 11 जुलाई को मुंबई में लोकल ट्रेनों में सात विस्फोट हुए जिनमें 187 यात्रियों की मौत हो गयी और 800 लोग घायल हो गये.
केंद्रीय गृह सचिव आर.के. सिंह ने कहा कि एक विस्फोट मारुति एस्टीम कार में हुआ और एक दूसरा मोटरसाइकिल में हुआ.
मुंबई पुलिस के प्रवक्ता निसार तांबोली ने कहा कि पहला विस्फोट दक्षिण मुंबई के जावेरी बाजार की शकील मेमन गली में हुआ जो प्रसिद्ध मुंबादेवी मंदिर के पास है. इसमें कम से कम 25 लोग घायल हो गये. इस बाजार में आभूषणों की कई दुकानें हैं.
करीब 25 लोग ओपरा हाउस के पास डायमंड मार्केट के नजदीक हुए विस्फोट में जख्मी हो गये. यह इलाका भी दक्षिण मुंबई में है. मध्य मुंबई के दादर वेस्ट में कबूतरखाना इलाके में हुए विस्फोट में तीन लोग घायल हो गये. चव्हाण ने कहा कि घायलों को सेंट जार्ज, नायर तथा केईएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शहर भर में विस्फोटों के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
मुंबई में भारी बारिश के चलते इस बात की आशंका है कि फोरेसिंक विशेषज्ञों द्वारा एकत्रित करने से पहले ही महत्वपूर्ण साक्ष्य नष्ट हो सकते हैं. महाराष्ट्र और सेंट्रल फोरेंसिक लैबोरेटरी दिल्ली के फोरेंसिक विशेषज्ञ यहां पहुंचे और विस्फोटों के अहम सुराग खोज रहे हैं.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इसका बहुत ज्यादा असर नहीं होगा लेकिन कुछ साक्ष्य समाप्त हो सकते हैं. दादर में मोहनभाई स्टाल के बाहर खाउ गली पर हुए विस्फोट में कई क्षत विक्षत शव पड़े थे और चारों ओर खून फैला हुआ था.
लकड़ी का काम करने वाले विजय ने कहा कि पूरी गली में खून फैला हुआ था. चार-पांच शव इधर उधर बिखरे पड़े थे. घटनास्थल पर भयभीत लोग इधर उधर भाग रहे थे. दादर में सात घायल लोगों को केईएम अस्पताल में भर्ती कराया गया जबकि कई अन्य लोगों का सैफी और जे जे अस्पताल में उपचार चल रहा है.