मध्य रेलवे ने शुक्रवार शाम तक महत्वपूर्ण उपनगरीय रेल सेवाएं सामान्य हो जाने का आश्वासन दिया. तीन दिन पहले यहां एक सिग्नल केबिन में आग लगने के बाद रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई थीं.
इससे रेलगाड़ियों में भीड़ बढ़ गई थी, जिससे हुए हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई. मध्य रेलवे का दावा था कि गुरुवार रात तक कुछ छोटी-मोटी गड़बड़ियों को छोड़कर 85 प्रतिशत सेवाएं सामान्य हो जाएंगी. शुक्रवार शाम तक 95 प्रतिशत सेवाएं सामान्य होने की बात कही गई है.
मध्य रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, 'सेवाएं बहाल करने का काम पूरा होने के नजदीक है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि शुक्रवार शाम तक स्थिति सामान्य हो जाएगी और यात्रियों को राहत मिलेगी.' छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) को उपनगरीय व ठाणे और रायगाढ़ा जिलों के दूरस्थ शहरों से जोड़ने वाली रेल सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं.
उपनगरीय व लम्बी-दूरी की रेल सेवाएं बुधवार तड़के से ही बाधित थीं. कुर्ला स्टेशन पर मुख्य सिग्नल केबिन में आग लगने के बाद यह स्थिति निर्मित हो गई थी. इससे हार्बर लाइन व पश्चिमी रेलवे में भी गड़बड़ियां फैल गई थीं. ये सभी मुम्बई की जीवन रेखा कही जाती हैं, जो हर रोज करीब 80 लाख यात्रियों को लाती-ले जाती हैं.
रेलगाड़ियों में देरी, उनके रद्द होने व उनमें अत्यधिक भीड़ के कारण गुरुवार को तीन यात्रियों की मौत हो गई और 17 घायल हो गए. इस घटना व इसके बाद फैली अव्यवस्थाओं के चलते राज्य सरकार व केंद्रीय रेलवे मंत्रालय को लोगों व विपक्षी दलों की कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए शुक्रवार को भी बीईएसटी व एमएसआरटीसी (महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम) की अतिरिक्त सेवाएं जारी रहेंगी.