मुंबई में 13 जुलाई को हुए श्रृंखलाबद्ध धमाकों की छान-बीन कर रही जांच एजेंसी को एक डायमंड व्यापारी के साजिश में शामिल होने का शक है.
शुरुआती जांच में पता चला है कि व्यापारी ने इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी को घटनास्थल की छानबीन करने में मदद की थी.
एजेंसी ने पश्चिमी मुंबई में रहने वाले इस संदिग्ध आतंकी के फोन रिकॉर्डों की जांच के बाद पाया कि घटना वाले दिन वह दादर से ओपेरा हाउस गया था और उसके बाद जावेरी बाजार की भी पड़ताल की थी.
संदिग्ध पर ओपेरा हाउस के इस व्यापारी की मदद करने का शक है. यह डायमंड व्यापारी भारी कर्ज में डूबा हुआ था जबकि उसका एकाउंट में 27 लाख रुपये जमा थे.
जांचकर्ताओं को शक है कि संदिग्ध ने इस जानकारी का व्यापारी को ब्लैकमेल करने के लिए इस्तेमाल किया. जिसके बाद व्यापारी का इस्तेमाल हवाला चैनल के रूप मे करके पैसा जयपुर से मुंबई लाया गया. ट्रेडर की मदद से ही आईएम के आतंकी ने डायमंड मार्केट की पड़ताल की थी.